यूनियन बजट 2025 (Union Budget 2025) में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) अपनाने को बढ़ावा देने और बुनियादी ढांचे को विस्तार देने के उपाय पेश किए जाने के बाद 1 फरवरी को ऑटो शेयरों में उछाल नजर आया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने सौर पीवी सेल और ईवी बैटरियों (PV Cells & EV Batteries) के लिए एक इकोसिस्टम बनाने की घोषणा की। निवेशकों ने घोषणाओं का स्वागत किया। इससे प्रमुख ऑटो शेयरों में बढ़त दर्ज की गई। मारुति सुजुकी ने 6 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी की क्योंकि बजट के फोकस से कंपनी को भी फायदा होने की संभावना है। यह कंपनी 2025 में अपना पहला इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च करने के लिए तैयार है। कंपनी का पहला ईवी, ई-विटारा, अपने प्रीमियम नेक्सा ब्रांड के तहत लॉन्च करने के लिए तैयार है।
निफ्टी 50 ऑटो स्टॉक में 2024 के शीर्ष प्रदर्शन करने वाले महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर में स्थानीय बैटरी विनिर्माण के लिए प्रोत्साहन दिये जाने के कारण 2 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि नजर आई। ईवी की बढ़ती मांग के बीच स्टॉक में तेजी का रुख रहा है। जनवरी में इसकी पीवी बिक्री 18 प्रतिशत से अधिक बढ़ी जबकि निर्यात लगभग दोगुना हो गया। इस बीच, हुंडई मोटर इंडिया में भी 2 प्रतिशत की तेजी रही। उसे भी इस तरह की पहल से फायदा होने की उम्मीद है।
भारत की सबसे बड़ी ईवी निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स के शेयर में जनवरी की बिक्री में आई गिरावट के बाद 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दिखी।
इन चुनौतियों का करना पड़ेगा सामना
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के मोर्चे पर, भारत लगातार ईवी अपनाने पर जोर दे रहा है। 109 अरब रुपये के आउटले के साथ प्रधान मंत्री की ई-ड्राइव योजना, इस प्रतिबद्धता को रेखांकित भी करती है। इसके साथ ही एक मजबूत इकोसिस्टम के निर्माण पर फोकस करती है। जिसमें ईवी बिक्री, मैन्यूफैक्चरिंग और चार्जिंग के लिए बुनियादी ढांचा शामिल है। हालांकि इस दिशा में बैटरी की उच्च लागत, आयातित बैटरी सेल पर निर्भरता और अपर्याप्त चार्जिंग नेटवर्क जैसी चुनौतियां भी बनी हुई हैं।
हाइब्रिड टेक्नोलॉजी को भी एक समाधान के रूप में तैनात किया जा रहा था। हितधारकों ने ईवी इकोसिस्टम के परिपक्व होने तक हाइब्रिड वाहनों पर जीएसटी को कम करने का सुझाव दिया। जिस पर वर्तमान में 28 प्रतिशत टैक्स लगता है ताकि उन्हें इसका एक व्यावहारिक विकल्प बनाया जा सके। ईवी बैटरियों के लिए जीएसटी दरों में कटौती की घोषणा निर्माताओं के बीच सेंटीमेंट्स को काफी बढ़ावा दे सकती है। ईवी बैटरियों की लागत वाहन की लागत का 40-50 प्रतिशत है।
ऑटो शेयरों में पॉजिटिव मोमेंटम जारी रहने की संभावना
क्लीन मोबिलिटी और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए सरकार के नए सिरे से प्रयास के बीच विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले सत्रों में ऑटो शेयरों में पॉजिटिव मोमेंटम जारी रह सकता है।
आज लगभग 12:50 बजे, निफ्टी ऑटो इंडेक्स 23,256 पर कारोबार कर रहा था। ये लेवल इंडेक्स के पिछले बंद से 1.7 प्रतिशत अधिक है। पिछले छह महीनों में इंडेक्स में लगभग 15 प्रतिशत की गिरावट आई है।
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