US Markets : इक्विटी बिकवाली बढ़ने से करेक्शन जोन में फिसला टेक हैवी नैस्डैक, जानिए क्या है एक्सपर्ट्स की राय
शुक्रवार को टेक्नोलॉजी आधारित इंडेक्स नैस्डैक में लगभग 3 फीसदी की गिरावट आई। अमेरिका के ताजे रोजगार आंकड़ों से यह चिंता बढ़ गई कि क्या अर्थव्यवस्था को मंदी की ओर जाने से रोकने के लिए फेडरल रिजर्व को अपनी अगली बैठक में ब्याज दरों में भारी कटौती करनी होगी
पिछले महीने आए टेस्ला और अल्फाबेट के निराशाजनक नतीजों ने महंगे वैल्युएशन से जुड़ी चिंता बढ़ा दी है। साथ ही, इस बात की भी चिंता हो सकती है कि उम्मीद से कमज़ोर नतीजे अर्थव्यवस्था में व्यापक मंदी का संकेत हो सकते हैं
US Markets : टेक्नोलॉजी कंपनियों की आय और सुस्त पड़ती अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता के कारण शुक्रवार को नैस्डैक कम्पोजिट इंडेक्स में भारी गिरावट आई। जिससे यह जुलाई के आरंभ में दर्ज रिकॉर्ड ऊंचाई से 10% की गिरावट की ओर बढ़ता दिखा। बता दें कि बाजार सहभागियों द्वारा आमतौर पर 10 फीसदी की गिरावट को "करेक्शन" कहा जाता है।
अमेरिका के ताजे रोजगार आंकड़ों ने बढ़ाई चिंता
शुक्रवार को टेक-हैवी इंडेक्स नैस्डैक में करीब 3 फीसदी की गिरावट आई, क्योंकि अमेरिका के ताजे रोजगार आंकड़ों से यह चिंता बढ़ गई कि क्या अर्थव्यवस्था को मंदी की ओर जाने से रोकने के लिए फेडरल रिजर्व को अपनी अगली बैठक में ब्याज दरों में भारी कटौती करनी होगी। अमेज़ॅन और इंटेल के निराशाजनक नतीजों ने भी निवेशकों को डरा दिया है।
नैस्डैक 10 जुलाई के अपने रिकॉर्ड क्लोजिंग स्तर 18,647.45 अंक से 10.4 फीसदी गिर चुका है। किसी इंडेक्स या स्टॉक में आमतौर पर तब करेक्शन माना माना जाता है जब वह अपने पिछले रिकॉर्ड क्लोजिंग स्तर से 10 फीसदी या उससे ज्यादा नीचे बंद होता है।
प्लंब फंड्स के चीफ एक्जीक्यूटिव और पोर्टफोलियो मैनेजर टॉम प्लंब ने कहा, "यह एक पुराने ढंग का सुधार है।" "हमने आर्थिक मशाल को विकास की धारणा से हटाकर अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए कम ब्याज दरों के साथ सरकारी हस्तक्षेप की आवश्यकता की धारणा तक पहुंचा दिया है।"
करेक्शन के बाद अक्सर आती है तेजी
एलएसईजी आंकड़ों के रॉयटर्स के विश्लेषण के मुताबिक पिछले 44 सालों में, सूचकांक 24 बार या लगभग हर दो साल में एक बार नए हाई को छूने के बाद करेक्शन जोन में फिसल गया है। आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता कि इनमें से दो-तिहाई मामलों में इंडेक्स के करेक्शन जोन में प्रवेश करने के एक महीने बाद फिर हाई लेवल पर कारोबार करता नजर आया है।
जोरदार तेजी के बाद महंगे हुए टेक्नोलॉजी शेयर
नैस्डैक अभी भी इस साल 12 फीसदी ऊपर है। एसएंडपी 500, जो अपने उच्चतम स्तर से लगभग 6 फीसदी नीचे आ चुका है, इस साल अभी भी 12 फीसदी ऊपर है। नैस्डैक में गिरावट तब आई है जब निवेशक काफी महंगे हो चुके टेक्नोलॉजी शेयरों को लेकर ज्यादा सतर्क हो गए हैं। बता दें कि ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़े उत्साह के चलते इस साल टेक्नोलॉजी शेयरों में अब तक काफी तेजी आ चुकी है। इसके अलावा ये शेयर उस दौर की ओर बढ़ रहे हैं जिसको आमतौर पर टेक्नोलॉजी शेयरों के लिए मौसमी रूप से उतार-चढ़ाव भरा माना जाता है।
सितंबर और अक्टूबर में अमेरिका शेयर बाजार रहता है वोलेटाइल
आमतौर पर सितंबर और अक्टूबर अमेरिका शेयरों के लिए वोलेटाइल महीने होते हैं। 1992 से अब तक के LSEG के आंकड़ों के मुताबिक Cboe वोलैटिलिटी इंडेक्स, वॉल स्ट्रीट के निवेशकों की चिंता का सबसे अधिक देखा जाने वाला पैमाना है। ये अक्टूबर में औसतन 21.8 पर रहता आया है जो किसी भी महीने के लिए सबसे ज्यादा है।
ओशन पार्क एसेट मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी जेम्स सेंट ऑबिन ने कहा, "यह कोई असामान्य मौसमी पैटर्न नहीं है। अगस्त 2023 में भी अमेरिका में इसी तरह की बिकवाली हुई थी, हालांकि इस बार शायद यह अधिक जोरदार हो सकती है।"
पहले से थी करेक्शन की उम्मीद
जेम्स सेंट ऑबिनने आगे कहा, "मैं इसे उस करेक्शन के रूप में ही देखूंगा जिसकी उम्मीद बहुत से लोग पहले से कर रहे थे। बाजार को परेशान करने के लिए सभी तरह की चीजें एक साथ आ रही हैं।"
पिछले महीने आए टेस्ला और अल्फाबेट के निराशाजनक नतीजों ने महंगे वैल्युएशन से जुड़ी चिंता बढ़ा दी है। साथ ही, इस बात की भी चिंता हो सकती है कि उम्मीद से कमज़ोर नतीजे अर्थव्यवस्था में व्यापक मंदी का संकेत हो सकते हैं।
आईजी नॉर्थ अमेरिका के सीईओ और टेस्टीट्रेड के अध्यक्ष जेजे किनाहन ने एक नोट में कहा, "बाजार का ध्यान अब केवल कंपनियों के नतीजों पर नहीं है, बल्कि बाजार की नजर इस बात पर है कि कंपनियों के नतीजे समग्र अर्थव्यवस्था के बारे में क्या कह रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा "बढ़ती बॉन्ड कीमतें और गिरती हुई यील्ड इस बात के संकेत हैं कि निवेशक सुरक्षित पनाहगाह की तलाश कर रहे हैं। यह सब इस बात का संकेत है कि ग्लोबल इकोनॉमी में सुस्ती आ रही है। यही निवेशकों की चिंता का कारण बन रही है"।
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