Dividend Stocks: गार्डन रीच शिपबिल्डर्स (GRSE) ने तिमाही नतीजों के बाद शेयरधारकों को डिविडेंड का तोहफा देने का ऐलान किया है। यह सरकारी डिफेंस कंपनी 57.5% का अंतरिम डिविडेंड देगी, जो ₹10 के फेस वैल्यू वाले प्रति शेयर पर ₹5.75 के बराबर है। कंपनी इस बार कुल ₹65.87 करोड़ बांटने वाली है, जो 30 सितंबर 2025 को समाप्त छमाही के मुनाफे से दिया जाएगा।
GRSE मिनीरत्न सरकारी कंपनी है और भारतीय नौसेना व कोस्ट गार्ड के लिए युद्धपोत बनाती है। इसकी वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही (H1 FY26) में कुल आय ₹3,128 करोड़ रही। यह पिछले साल की समान अवधि ₹2,311 करोड़ से करीब 35% ज्यादा है।
कंपनी का ऑपरेशंस से रेवेन्यू ₹2,987 करोड़ रहा, जो H1 FY25 के ₹2,163 करोड़ से 38% अधिक है। वहीं, EBITDA ₹274 करोड़ से बढ़कर ₹409 करोड़ हो गया यानी 49% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
सरकारी डिफेंस कंपनी GRSE ने बताया कि ₹5.75 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड जेट 11 नवंबर 2025 है। इसका मतलब है कि डिविडेंड पाने के लिए इस तरीख तक निवेशकों के खाते में GRSE का स्टॉक होना चाहिए। डिविडेंड का भुगतान बोर्ड की मंजूरी के बाद किया जाएगा।
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स (GRSE) के शेयर मंगलवार को 0.92% की गिरावट के साथ 2,550.00 रुपये पर बंद हुए। बीते 1 महीने में स्टॉक 7.08% नीचे आया है। लेकिन, पिछले 6 महीने में इसने 32.13% का रिटर्न दिया है। 1 साल में इससे निवेशकों को 64.66% का तगड़ा मुनाफा हुआ है।
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) कोलकाता की एक सरकारी कंपनी है, जो भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड के लिए जहाज और युद्धपोत बनाती है। कंपनी कमर्शियल जहाजों के निर्माण, मरम्मत और रखरखाव का काम भी करती है। इसके अलावा, GRSE पुल और दूसरी इंजीनियरिंग स्ट्रक्चर भी बनाती है।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।