भारतीय शेयर बाजार गुरुवार 13 नवंबर को मजबूती के साथ खुले। यह लगातार चौथा दिन है, जब सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। अमेरिका में लगभग 43 दिन के बाद शटडाउन खुलने की खबर से निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत हुआ है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस शटडाउन को खत्म करने वाले बिल पर साइन कर दिए हैं। इसके साथ ही भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की उम्मीदें और महंगाई दर में कमी ने भी बाजार की रैली को और मजबूती दी है।
सुबह 8 बजे के करीब, गिफ्ट निफ्टी फ्यूचर्स 25,950.5 अंक पर कारोबार कर रहे थे, जो बुधवार के निफ्टी बंद स्तर 25,875.80 से ऊपर था। इससे आज निफ्टी के ऊंचे स्तर पर खुलने का संकेत मिला था।
इस हफ्ते अब तक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में करीब 1.5% की तेजी दर्ज की जा चुकी है। सितंबर 2024 के रिकॉर्ड हाई से दोनों इंडेक्स अब सिर्फ 2% नीचे हैं।
अमेरिकी घटनाक्रम से बढ़ा निवेशकों का भरोसा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत के साथ व्यापार वार्ता को लेकर कुछ पॉजिटिव बयान दिए हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ है। साथ ही, फेडरल रिजर्व की ओर से दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना ने ग्लोबल बाजारों में जोश भर दिया है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस सबके बीच अमेरिका का अब तक सबसे लंबा शटडाउन अब खत्म होता हुआ दिख रहा है। इससे न केवल निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत हो रहा है, बल्कि उन महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों का प्रकाशन भी शुरू होगा जो शटडाउन के दौरान रुके हुए थे।
घरेलू आर्थिक संकेत भी बाजार के पक्ष में हैं। अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर घटकर सिर्फ 0.25% रह गई है। इसके पीछे खाने-पीने से जुड़ी चीजों की कीमतों में गिरावट और उपभोक्ता वस्तुओं पर टैक्स में कमी मुख्य वजह रही। कम होती महंगाई ने यह उम्मीद बढ़ाई है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपनी अगली MPC बैठक में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। ब्याज दरें घटने से बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
अशिका इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के मुताबिक, “भारतीय शेयर बाजारों ने बुधवार को लगातार चौथे दिन तेजी दर्ज की। निफ्टी दिनभर ऊंचे स्तर पर बना रहा, जबकि बिहार चुनाव परिणामों से पहले की अस्थिरता के बावजूद निवेशकों का मूड पॉजिटिव रहा। ग्लोबल स्तर पर, अमेरिकी सीनेट में सरकारी शटडाउन खत्म करने की प्रगति और दिसंबर में फेड रेट कट की उम्मीद ने जोखिम लेने की प्रवृत्ति को बढ़ावा दिया है।”
वहीं HDFC सिक्योरिटीज के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट नंदिश शाह ने रॉयटर्स को बताया, “बिहार चुनावों के एग्जिट पोल्स में एनडीए की संभावित जीत ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है। राजनीतिक स्थिरता और नीतिगत निरंतरता फिलहाल बाजार की सबसे बड़ी ताकत हैं।”
निफ्टी के लिए ये लेवल हैं अहम
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च), अजीत मिश्रा ने बताया, “निफ्टी ने 25,800 के रेजिस्टेंस स्तर को दोबारा हासिल कर लिया है, और अब अगला टारगेट 26,000–26,100 के दायरे में दिखाई दे रहा है। हालांकि वीकली एक्सपायरी के कारण कुछ कंसोलिडेशन देखने को मिल सकता है, लेकिन ओवरऑल ट्रेंड अब भी पॉजिटिव बना हुआ है। मेटल, बैंकिंग और ऑटो सेक्टर के अलावा, आईटी, फार्मा और एनर्जी सेक्टर में भी नई खरीदारी की रुचि देखी जा रही है। निवेशकों को सेक्टोरल रोटेशन ट्रेंड के अनुरूप लार्ज-कैप और मिड-कैप अवसरों पर ध्यान देना चाहिए।”
डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।