US Markets Crash: अमेरिकी शेयर बाजार में कोहराम, आई 2025 की सबसे बड़ी गिरावट, डाउ जोंस 650 अंक टूटा

US Stock Markets Crash: अमेरिकी शेयर बाजारों में सोमवार 3 मार्च को क्रैश हो गए। वॉल स्ट्रीट पर 2025 की अब तक की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ऐलानों और कमजोर आर्थिक आंकड़ों के चलते निवेशकों ने जमकर बिकवाली की। सोमवार को S&P 500 इंडेक्स लगभग 1.8% गिर गया, जो इसमें दिसंबर के बाद आई सबसे बड़ी गिरावट है

अपडेटेड Mar 04, 2025 पर 9:17 AM
Story continues below Advertisement
US Stock Markets Crash: ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर मंगलवार 4 मार्च से 25% टैरिफ लागू करने का ऐलान किया है

US Stock Markets Crash: अमेरिकी शेयर बाजारों में सोमवार 3 मार्च को क्रैश हो गए। वॉल स्ट्रीट पर 2025 की अब तक की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ऐलानों और कमजोर आर्थिक आंकड़ों के चलते निवेशकों ने जमकर बिकवाली की। सोमवार को S&P 500 इंडेक्स लगभग 1.8% गिर गया, जो इसमें दिसंबर के बाद आई सबसे बड़ी गिरावट है। इसके साथ ही S&P 500 इंडेक्स का रिटर्न अब मौजूदा साल में नेगेटिव हो गया है। दूसरी ओर डाउ जोंस 650 अंक टूटकर बंद हुआ। हालांकि इंट्राडे में यह एक समय 800 अंकों तक गिर गया था। टेक शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली, जिसके चलते NASDAQ कंपोजिट इंडेक्स 2.7% तक गिर गया। AI चिप्स इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनी NVIDIA के शेयरों में 8% की गिरावट देखने को मिली।

अमेरिकी शेयर बाजार सुबह के सत्र में लगभग स्थिर बने रहे, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद अचानक गिरावट आ गई। ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर मंगलवार 4 मार्च से 25% टैरिफ लागू करने का ऐलान किया। इससे उन निवेशकों की उम्मीदें टूट गईं, जो इस टैरिफ से बचने के लिए अंतिम समय में कोई सौदा होने की संभावना देख रहे थे।

ट्रंप ने कहा, "अब मैक्सिको और कनाडा के लिए कोई जगह नहीं है। 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू होंगे, लेकिन सबसे अहम बात यह है कि कल से कनाडा और मैक्सिको पर 25% टैरिफ प्रभावी हो जाएगा। साथ ही, चीन पर भी 10% अतिरिक्त टैरिफ लागू होगा।"


ट्रंप के ऐलानों के अलाना कमजोर आर्थिक आंकड़ों ने भी निवेशकों के मनोबल को कमजोर किया है। रियल एस्टेट सेक्टर में गिरावट, बेरोजगारी के बढ़ते क्लेम और व्यक्तिगत खर्च में कमी जैसी खबरों ने निवेशकों की चिंताओं को बढ़ा दिया। यहां तक कि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में भी सोमवार को तेज गिरावट देखने को मिली।

रिथोल्ट्ज वेल्थ मैनेजमेंट की कैली कॉक्स ने कहा, "अब घबराने का समय आ गया है। पूरी तरह मंदी की स्थिति नहीं है, लेकिन घबराहट जरूर है। अभी यह कहने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं कि बाजार में बड़ी गिरावट आने वाली है, लेकिन अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से बदल रही है। लगातार आ रहे नकारात्मक खबरों के कारण निवेशकों को समझ नहीं आ रहा कि उन्हें क्या करना चाहिए।"

वॉल स्ट्रीट का "फियर इंडेक्स" VIX दिसंबर के बाद अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। सभी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई। Nvidia का शेयर 8.7% तक टूट गया। इस बीच, ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (TSMC) ने अमेरिका में $100 बिलियन का निवेश करने की योजना बनाई है, जिससे अमेरिका में घरेलू चिप उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और ट्रंप की स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग रणनीति को सपोर्ट मिलेगा।

यूरोप में मजबूती

अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट के विपरीत यूरोपीय बाजारों में सोमवार को 2025 के अपने सबसे मजबूत कारोबारी दिनों में से एक देखने को मिली। इससे यह संकेत मिलता है कि ग्लोबल निवेशक अमेरिकी बाजार से बाहर निकलकर दूसरे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निवेश करने की रणनीति अपना सकते हैं। जेपी मॉर्गन चेज के रणनीतिकारों का कहना है कि अमेरिकी बाजार में बड़े टेक शेयरों से निवेशकों का मोहभंग हो रहा है और यह रोटेशन वैल्यू स्टॉक्स की ओर बढ़ सकता है। यह बदलाव दूसरे अंतरराष्ट्रीय बाजारों को भी मदद कर सकता है।

यह भी पढ़ें- Stocks to Watch: आज कहां लगाएं दांव? IEX, ऊनो मिंडा समेत इन 10 शेयरों पर रहेगी निवेशकों की नजर

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।