Valencia IPO Listing: वैलेंसिया इंडिया के शेयरों की आज घरेलू स्टॉक मार्केट में BSE के SME प्लेटफॉर्म पर भारी डिस्काउंट पर एंट्री हुई। अब आज पहले कारोबारी दिन अगर शेयर रिकवर होकर अपर सर्किट पर पहुंच जाएं तो भी आईपीओ निवेशक भारी घाटे में रहेंगे। इसके आईपीओ को ओवरऑल 1.28 गुना बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹110 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹88.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि उनकी पूंजी ही लिस्टिंग पर 20% घट गई। आईपीओ निवेशकों को और झटका तब लगा, जब शेयरों की कमजोरी बढ़ गई।
टूटकर यह ₹83.60 के (Valencia Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 24.00% घाटे में हैं। आज इसका अपर सर्किट ₹92.40 पर था जोकि आईपीओ प्राइस से 16% डाउनसाइड है। इसके आईपीओ के तहत नए शेयर जारी हुए हैं और ऑफर फॉर सेल के तहत भी बिक्री हुई है।
Valencia IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
वैलेंसिया का ₹48.95 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 26-30 जून तक खुला था। यह आईपीओ ओवरऑल 1.28 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.28 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1.22 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.31 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत नए शेयर जारी हुए हैं और ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत ₹4.95 करोड़ के ₹10 की फेस वैल्यू वाले 4.50 लाख शेयरों की बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹37.42 करोड़ 15 विला और क्लब हाउस बनाने पर खर्च होंगे। इस अलावा बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Valencia India के बारे में
वर्ष 2017 में बनी वैलेंसिया इंडिया का देश-विदेश के रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री में कारोबार है। यह रेजिडेंशियल अपार्टमेंट, बंगला, माल, मल्टीप्लेक्स, कॉमर्शियल स्पेस, और ऑफिस बनाती है। रियल एस्टेट के अलावा यह खाने-पीने की चीजों के अलावा अन्य चीजों का भी निर्यात करती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे ₹25 लाख का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर ₹56 लाख और वित्त वर्ष 2024 में ₹1.94 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 18% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹7.11 करोड़ पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 में इसे ₹1.54 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹5.56 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ था।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।