Indogulf Cropsciences IPO Listing: फसलों से जुड़े प्रोडक्ट्स बनाने वाली इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेज के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में फीकी एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 27 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹111 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹111.00 और NSE पर भी ₹111.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन (Indogulf Cropsciences Listing Gain) नहीं मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों को और झटका तब लगा, जब फ्लैट लिस्टिंग के बाद शेयर फिसल गए। टूटकर BSE पर यह ₹105.45 तक आ गया।
निचले स्तर पर रिकवरी के बाद यह ₹112.60 तक ऊपर पहुंचा। दिन के आखिरी में यह ₹110.80 (Indogulf Cropsciences Share Price) पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक अब 0.18% घाटे में हैं।
Indogulf Cropsciences IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
इंडोगल्फ क्रॉपसाइसेंज का ₹200.00 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 26-30 जून तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 27.17 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 31.73 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 49.06 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 14.97 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹160.00 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 36,03,603 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹34.12 करोड़ कर्ज चुकाने, ₹14.00 करोड़ इन-हाउस ड्राई फ्लोएबल प्लांट के सेटअप, ₹65.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Indogulf Cropsciences के बारे में
वर्ष 1993 में बनी इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेज फसलों से जुड़े केमिकल्स से बनाती है। यह प्लांट न्यूट्रिएंट्स और बॉयोलॉजिकल्स बनाती है। कंपनी ने वर्ष 2019 में 96.5% शुद्धता के साथ स्पाइरोमेसिफेन टेक्निकल बनाया। यह देश में 97% शुद्धता के साथ प्याराजोसुलफुरोन एथिल (Pyrazosulfuron Ethyl) टेक्निकल बनाने वाली देश की पहली स्वदेशी कंपनियों में शुमार है। इसके चार मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं जिसमें से दो जम्मू एंड कश्मीर के सांबा और दो हरियाणा में हैं। कंपनी का सेल्स नेटवर्क देश के 22 राज्यों और 3 यूनियन टेरिटरीज में है। इसके 169 बिजनेस पार्टनर्स और 5,772 डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं और साथ ही देश के बाहर 34 देशों में इसके 129 पार्टनर्स हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे ₹26.36 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर ₹22.42 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 में ₹28.23 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 4% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹555.79 करोड़ पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 में इसे ₹21.68 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹466.31 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ था।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।