Vikram Solar IPO Listing: विक्रम सोलर के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में 2% प्रीमियम पर एंट्री हुई। इसके आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 56 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹332 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹340.00 और NSE पर ₹338.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 2% का लिस्टिंग गेन (Vikram Solar Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह ₹381.70 (Vikram Solar Share Price) पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह ₹356.45 पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 7.36% मुनाफे में हैं।
Vikram Solar IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
विक्रम सोलर का ₹2,079.37 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 19-21 अगस्त तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 56.42 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 145.10 गुना (एंकरबुक छोड़कर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 52.87 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 7.98 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 5.10 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत ₹1,500.00 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 1,74,50,882 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹769.73 करोड़ फेज-1 प्रोजेक्ट के कैपिटल एक्सपेंडिचर की कुछ फंडिंग, ₹595.21 करोड़ फेज-2 प्रोजेक्ट के कैपिटल एक्सपेंडिचर और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
सोलर फोटो-वोल्टिक मॉड्यूल बनाने वाली विक्रम सोलर का कारोबार देश-विदेश में फैला हुआ है। यह सोलर पावर प्रोजेक्ट्स के लिए इंजीनियरिंग, प्रोक्यूरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (EPC) सर्विसेज देती है। साथ ही सोलर पॉवर इंस्टॉलेशंस के परफॉरमेंस और लॉन्गेविटी को लेकर यह ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस (O&M) सर्विसेज भी ऑफर करती है। इसकी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी पश्चिम बंगाल के कोलकाता के फाल्डा एसईजेड और तमिलनाडु के चेन्नई के ओरगाडम में हैं। 41 ऑथराइज्ड डिस्ट्रीब्यूटर्स, 64 डीलर्स और 67 सिस्टम इंटीग्रेटर्स के जरिए इसका कारोबार 23 राज्यों और तीन यूनियन टेरिटरीज में फैला हुआ है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रही है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹14.49 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹79.72 करोड़ और फिर वित्त वर्ष 2025 में ₹139.83 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम भी सालाना 28% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹3,459.53 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का कर्ज पहले थोड़ा सा बढ़ा और फिर तेजी से नीचे गिरा। वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में कंपनी पर ₹737.79 करोड़ का कर्ज था जो वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर ₹808.33 करोड़ पर पहुंच गया लेकिन फिर यह तेजी से घटकर वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹230.67 करोड़ रह गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।