Voda-Idea FPO: कंपनी ने जीती जिंदगी जीने की लड़ाई या आगे होगी मोटी कमाई!

Vi देश की तीसरी बड़ी टेली कॉम कंपनी है। इसके कुल कुल सब्सक्राइबर 21.5 करोड़ करोड़ हैं। कंपनी का 4G और 5G सब्सक्राइबर बेस बढ़ाने पर जोर है। अगले एक से डेढ़ साल में टेलीकॉम में 20-25 फसीद टैरिफ हाइक संभव है। इससे कंपनी के ARPU और मार्जिन में सुधार संभव है

अपडेटेड Apr 25, 2024 पर 2:32 PM
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पिछले एक 1 साल में AB ग्रुप के वारे न्यारे हो गए हैं। 1 साल पहले AB ग्रुप का मार्केट कैप 5.65 लाख करोड़ रुपए था। इस समय यह 40 फीसदी की बढ़त के साथ 8 लाख करोड़ रुपए है

Voda-Idea FPO: वोडाफोन आइडिया FPO के शेयरों की शानदार लिस्टिंग हुई है। 11 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले भाव फ्यूचर्स में 14 रुपये के ऊपर दिख रहे हैं। लिस्टिंग समारोह में कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा FPO में निवेशकों का भरोसा अच्छा संकेत हैं। FPO के पैसे का इस्तेमाल नेटवर्क विस्तार और तकनीक में करेंगे। बता दें कि कंपनी के Follow-on Public Offer को शानदार रिस्पॉन्स मिला था। ये करीब 7 गुना सब्सक्राइव हुआ था। अब सवाल ये है कि क्या Vi (Voda-Idea) ने इस एफपीओ के जरिए सिर्फ जिंदा रहने की लड़ाई जीती है या आगे इसमें मोटी कमाई की उम्मीद दिख रही है? इस सवाल का जवाब खोजने के लिए आइए कंपनी की स्थिति पर डाल लेते हैं एक नजर।

Vi : तीसरी बड़ी टेलीकॉम कंपनी

Vi देश की तीसरी बड़ी टेली कॉम कंपनी है। इसके कुल कुल सब्सक्राइबर 21.5 करोड़ करोड़ हैं। इनमें से 4G सब्सक्राइबर 12.6 करोड़ हैं। कंपनी का ARPU 145 रुपए है। बाजार में कंपनी का मार्केट शेयर 18.8 फीसदी है। वहीं, भारती का मार्केट शेयर 36 फीसदी और जियो का मार्केट शेयर 40.5 फीसदी है। जबकि अन्य के पास 4.7 फीसदी बाजार हिस्सेदारी है।


Vi: आगे कराएगी मोटी कमाई

कंपनी का 4G और 5G सब्सक्राइबर बेस बढ़ाने पर जोर है। अगले एक से डेढ़ साल में टेलीकॉम में 20-25 फसीद टैरिफ हाइक संभव है। इससे कंपनी के ARPU और मार्जिन में सुधार संभव है। सरकार भी इस इंडस्ट्री में 3 प्लेयर बनाए रखने के पक्ष में है। सरकार की कंपनी में बड़ी हिस्सेजारी भी है। ऐसे में आगे कंपनी में ग्रोथ की उम्मीद नजर आ रही है।

Vi: सर्वाइवल की लड़ाई

दूसरी तरफ बैंक फंडिंग को लेकर अनिश्चितता है। कंपनी का कर्ज और AGR बकाया 2 लाख करोड़ रुपए के करीब है। कंपनी का कैश फ्लो कम हो रहा है। कंपनी के लिए अपने ग्राहकों को बचाए रखने का चैलेंज है। कंपनी को इन मुश्किलों से पार पाना होगा।

1 साल में AB ग्रुप के वारे न्यारे

वैसे बिड़ला ग्रुप ( AB ग्रुप) की कंपनियों की बात करें तो इसमें अल्ट्राटेक, ग्रासिम, हिंडाल्को, ABFRL,Vi, AB कैपिटल, AB मनी, आदित्य बिड़ला सनलाइफ AMC और सेंचुरी टेक्सटाइल हैं। पिछले एक 1 साल में AB ग्रुप के वारे न्यारे हो गए हैं। 1 साल पहले AB ग्रुप का मार्केट कैप 5.65 लाख करोड़ रुपए था। इस समय यह 40 फीसदी की बढ़त के साथ 8 लाख करोड़ रुपए है।

AB ग्रुप के शेयरों के शेयरों ने कराई जोरदार कमाई

AB ग्रुप के शेयरों की बात करें तो पिछले 6 महीनों में अल्ट्राटेक 17%, ग्रासिम 25%, ABFRL 23%, AB कैपिटल 25%, हिंडाल्को 38%, सेंचुरी टेक्स्टाइल 72% और आदित्य बिड़ला सनलाइफ 24% चढ़ा है।

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AB ग्रुप जोरदार एक्शन में

AB ग्रुप जोरदार एक्शन में दिख रहा है। ग्रासिम ने पेंट बिजनेस में एंट्री मारी है। अगले 3 साल में इसके 10,000 करोड़ रुपए के रेवेन्यू का लक्ष्य है। ग्रासिम ज्वेलरी बिजनेस में भी उतरी है। इसमें 5000 करोड़ का निवेश किया गया है। अल्ट्राटेक का क्षमता बढ़ाकर 200 MTPA करने की तैयारी है। केसोराम इंडस्ट्री का अधिग्रहण किया गया है।

हिंडाल्को में भी 4.4 अरब डॉलर का कैपेक्स प्लान है। एलेरिस और नोवालिस का क्षमता विस्तार किया जाएगा। वोडा आइडिया में 18000 करोड़ रुपए का मेगा FPO लाया गया है। ABFRL में डीमर्जर करके वैल्यू अनलॉकिंग की गई है। 1650 करोड़ में TCNS का अधिग्रहण किया गया है।

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First Published: Apr 25, 2024 2:30 PM

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