Vodafone Idea Shares: वोडाफोन आइडिया के शेयर शुक्रवार 25 अप्रैल को कारोबार के दौरान 5 फीसदी से अधिक टूटकर 7.46 रुपये के स्तर पर आ गए। यह गिरावट कंपनी के शेयरों में एक बड़ी ब्लॉक डील के बाद आई है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, इस ब्लॉक डील में टेलीकॉम कंपनी के लगभग 103 करोड़ शेयरों को लेनदेन हुआ, जो कंपनी की 1.44 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। इन शेयरों की खरीद-फरोख्त कुल 10 ट्रांजैक्शन में हुई।
इन शेयरों को 7.98 रुपये से औसत भाव पर खरीदा-बेचा गया, जिससे इस ट्रांजैक्शन की कुल वैल्यू करीब 823 करोड़ रुपये बैठती है। हालांकि इन शेयरों के खरीदारों और बेचने वालों के नाम से जुड़ी जानकारी खबर लिखे जाने तक सामने नहीं आई थी।
वोडाफोन आइडिया ने हाल ही में सरकार के 36,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के स्पेक्ट्रम बकाये को इक्विटी शेयरों में बदल दिया है। इसके बाद, कर्ज में डूबी इस टेलीकॉम ऑपरेटर में सरकार की हिस्सेदारी बढ़कर 48.99% हो गई है।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, वोडाफोन आइडिया ने जनवरी महीने में 13.4 लाख यूजर्स को खो दिए।
मार्च तिमाही तक के आंकड़ों के मुताबिक, वोडाफोन आइडिया के शेयरों में 59.06 लाख छोटे निवेशकों ने पैसा लगाया हुआ है। छोटे निवेशकों या रिटेल निवेशक उन्हें कहते हैं, जिनका कुल शेयर कैपिटल 2 लाख रुपये से कम होता है।
भारत के घरेलू म्यूचुअल फंड्स ने भी मार्च तिमाही के अंत में वोडाफोन आइडिया में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। कंपनी के शेयर में कुल 32 म्यूचुअल फंड स्कीमों ने निवेश किया हुआ है, जिनकी कंपनी में कुल हिस्सेदारी 4.5% है। इससे पहले दिसंबर तिमाही के अंत में 28 म्यूचुअल फंड स्कीमों के पास कंपनी की 3.6% हिस्सेदारी थी।
NSE पर दोपहर 2.09 बजे के करीब, कंपनी के शेयर 4.92 फीसदी की गिरावट के साथ 7.54 रुपये के भाव पर बंद हुए। फिलहाल यह शेयर अपने 52-हफ्तों के उच्चतम स्तर 19.18 रुपये से करीब 60 फीसदी नीचे कारोबार कर रहे हैं।
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