Vodafone Idea Share Price: वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (Vodafone Idea) के शेयर आज 9 जनवरी को 15 महीने के निचले स्तर पर आ गए। इस समय यह स्टॉक 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 7.40 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, इंट्राडे में यह स्टॉक 7.35 रुपये प्रति शेयर के निचले लेवल पर आ गया था। दरअसल, घाटे में चल रही इस टेलीकॉम कंपनी को सरकार, बैंकों या इसके प्रमोटर्स से फंड नहीं मिल पा रहा है। आज भारतीय शेयर बाजार में अच्छी-खासी तेजी आई है लेकिन इसके बावजूद वोडाफोन आइडिया के शेयर 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में कंपनी ने स्थानीय बैंकों से कम से कम 7,000 करोड़ रुपये का इमरजेंसी फंड मांगा था। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), HDFC बैंक और IDFC फर्स्ट बैंक उन बैंकों में शामिल हैं, जिनसे कंपनी ने लोन के लिए संपर्क किया था। हालांकि, लेंडर्स या तो इसके प्रमोटर्स (यूके के वोडाफोन पीएलसी और भारत के आदित्य बिड़ला समूह) द्वारा कैपिटल बढ़ाने या सरकार द्वारा डेट इक्विटी कनवर्जन का इंतजार कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, 'अगर जनवरी-फरवरी तक वोडाफोन आइडिया के प्रमोटर्स की ओर से फ्रेश कैपिटल नहीं आती है, तो कंपनी के लिए सर्वाइव करना मुश्किल हो जाएगा।' हालांकि, मनीकंट्रोल इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं करता है।
2 लाख करोड़ के कर्ज का है दबाव
बता दें कि कंपनी पर वर्तमान में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है। वोडाफोन आइडिया के प्रमोटर्स ने पहले सरकार को आश्वासन दिया था कि वे करीब 10,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। सरकार द्वारा सितंबर 2021 में टेलीकॉम सेक्टर के लिए पैकेज को अंतिम रूप देने से कुछ समय पहले ही यह आश्वासन दिया गया था। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 5 जनवरी को कहा कि अकेले इक्विटी के कनवर्जन से कंपनी की वित्तीय समस्याओं का समाधान नहीं होगा। कंपनी को कई स्रोतों से कैपिटल की जरूरत है।
कैसा रहा है स्टॉक का प्रदर्शन
वोडाफोन आइडिया के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। पिछले 6 महीने में यह स्टॉक लगभग 15 फीसदी टूट चुका है। वहीं, पिछले एक साल में इसमें लगभग 50 फीसदी की गिरावट आई है।