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अगले महीने तक जारी रहेगी वोलैटिलिटी, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग एक सनराइज सेक्टर, एक्सपोजर बनाए रखें

त्रिदीप ने कहा अमेरिका में ट्रंप के आने के बाद से एक बड़ा बदलाव हुआ है। उसका असर हमें 28 जनवरी के बाद ज्यादा अच्छी तरह से समझ में आएगा। ऐसे में अगले 1-2 महीने हमें बाजार में वोलैटिलिटी देखने को मिल सकती है। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में जिन वजहों से अर्निंग पर दबाव बना था वो वजहें अब हल्की पड़ रही हैं

अपडेटेड Dec 17, 2024 पर 8:16 PM
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त्रिदीप ने कहा कि इस समय घरेलू थीम पर ज्यादा फोकस करना बेहतर रहेगा। NBFCs के वैल्युएशन अभी भी बेहतर हैं। रेट कट से NBFCs के मार्जिन सुधरेंगे

मार्केट फंडामेंटल्स पर चर्चा के लिए एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट (Edelweiss Asset Management) के CIO इक्विटीज त्रिदीप भट्टाचार्य जुड़े। त्रिदीप भट्टाचार्य के पास भारतीय और ग्लोबल इक्विटी मार्केट में काम करने का करीब 2 दशक का अनुभव है। इन्होंने Axis AMC के साथ भी काम किया है। आइये उनसे समझते हैं कि मौजूदा बाजार में उनकी क्या स्ट्रैटेजी है।

त्रिदीप भट्टाचार्य की राय है कि जनवरी अंत तक बाजार में उतार-चढ़ाव संभव है। इसकी दो वजहें हैं। पहली वजह ये है कि 6 महीनों में हमारी अर्निंग्स में गिरावट देखने को मिली है। अर्निंग्स में आई करीब 6-7 फीसदी की ये गिरावट काफी दिनों बाद आई है। बाजार अभी इसको पचाने में लगा हुआ है। ऐसे में जब तक अगली तिमाही के नतीजे संतोषजनक तरीके से नहीं आते हैं तब तक बाजार थोड़ा सा वोलेटाइल रहेगा। दूसरा अमेरिका में ट्रंप के आने के बाद से एक बड़ा बदलाव हुआ है। उसका असर हमें 28 जनवरी के बाद ज्यादा अच्छी तरह से समझ में आएगा। ऐसे अगले 1-2 महीने हमें बाजार में वोलैटिलिटी देखने को मिल सकती है।

उन्होंने आगे कहा कि वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में जिन वजहों से अर्निंग पर दबाव बना था वो वजहें अब हल्की पड़ रही हैं। पहली छमाही में सरकार की डिसीजन मेकिंग में सुस्ती थी, मौसम भी अच्छा नहीं था। अब दूसरी छमाही में ये दोनों चीजें नहीं होंगी। ऐसे में अर्निंग में अब सुधार देखने को मिलेगा। लेकिन ग्लोबल अनिश्चितता बनी रहेगी। हमें इस बात को ध्यान में रख कर ही आगे चलना होगा। अगले 6-9 महीने में अर्निंग्स रिकवरी संभव है।


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अपने पसंदीदा थीम्स और सेक्टर पर बात करते हुए त्रिदीप ने कहा कि इस समय घरेलू थीम पर ज्यादा फोकस करना बेहतर रहेगा। NBFCs के वैल्युएशन अभी भी बेहतर हैं। रेट कट से NBFCs के मार्जिन सुधरेंगे। IT कंपनियों की ग्रोथ बढ़ने की उम्मीद है। अर्बन कंजम्प्शन बढ़ने से क्विक कॉमर्स कंपनियों को भी फायदा होगा। त्रिदीप ने बताया कि न्यू ऐज/प्लेटफॉर्म और रियल्टी शेयरों में उनका एक्सपोजर है। रेट कट से रियल्टी कंपनियों को फायदा होगा। EMS (Electronics manufacturing services) एक सनराइज सेक्टर है। इसमें पोजीशन बनाकर रखें। IT, रियल्टी, कंजम्पशन सेक्टर से ग्रोथ को बूस्ट संभव है। IT कंपनियों को क्लाइंट से आगे अच्छे ऑर्डर की उम्मीद है।

 

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