Share Market Rise: भारतीय शेयर बाजारों में आज 10 सितंबर को शानदार तेजी देखने को मिली। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 500 अंकों की छलांग लगाई। वहीं निफ्टी एक बार फिर 25,000 के पार पहुंच गया। भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर बढ़ी उम्मीदों और ग्लोबल मार्केट से मिले मजबूत संकेतों से निवेशकों का मनोबल हाई दिखा। बाजार में चौतरफा खरीदारी देखने को मिली। निफ्टी मिडकैप और स्मॉलैकप करीब 1.5 प्रतिशत तक उछल गए। आईटी कंपनियों के शेयरों में भी लगातार दूसरे दिन तेजी जारी रही।
कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 323 अंक या 0.40% की मजबूती के साथ 81,425.15 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 104.5 अंक या 0.42% ऊपर बढ़कर 24,973.10 पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में आज की इस तेजी के पीछे 5 बड़े कारण रहे-
1) भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर बढ़ी उम्मीदें
शेयर बाजार में आज की तेजी के पीछे सबसे बड़ा कारण भारत-अमेरिका के बीच बेहतर होते व्यापारिक रिश्ते रहे। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें इस बात का पूरा भरोसा है कि भारत के साथ ट्रेड डील को "सफल निष्कर्ष" तक पहुंचाने में "कोई कठिनाई" नहीं होगी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रूथ सोशल' पर लिखा कि वह आने वाले हफ्तों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने को लेकर उत्सुक हैं। इसके जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने भी एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि यह बातचीत भारत-अमेरिका साझेदारी की पूरी संभावनाओं को सामने लाने में मदद करेगी।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप की पहल और उसे पीएम मोदी की पॉजिटिव प्रतिक्रिया आज शेयर बाजार के लिए सबसे बड़े पॉजिटिव फैक्टर रहे।"
ग्लोबल बाजारों में उछाल से भी आज भारतीय शेयर बाजार को सपोर्ट मिला। एशियाई बाजारों में साउथ कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई, चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स और हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स सभी हरे निशान में ट्रेड कर रहे थे।
3) विदेशी निवेशकों की खरीदारी
विदेशी निवेशकों ने कल 9 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की खरीदारी की। ये सितंबर महीने में उनकी ओर से की गई अब तक की पहली खरीदारी है। इससे पहले ये लगातार भारतीय शेयर बाजार से पैसे निकाल रहे थे। विदेशी निवेशकों के बाजार में लौटने से मार्केट के सेंटीमेंट को मजबूत मिली।
4) आईटी शेयरों में खरीदारी
भारतीय आईटी कंपनियों के शेयरों में आज लगातार दूसरे दिन खरीदारी देखने को मिली। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से ऑरकेल फाइनेंशियल सर्विसेज, परसिस्टेंट सिसटम्स, एमफैसिस, कोफोर्ज और विप्रो के शेयरों का भाव 9 प्रतिशत तक उछल गया। निफ्टी आईटी इंडेक्स में भी आज कारोबार के दौरान 2.5 प्रतिशत तक की तेजी देखी गई।
भारतीय रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 5 पैसे मजबूत होकर 88.10 पर पहुंच गया। विदेशी पूंजी के इनफ्लो और डॉलर में कमजोरी से रुपये को सपोर्ट मिला। हालांकि कच्चे तेल की ऊंची कीमतों ने इसकी बढ़त को सीमित रखा।
टेक्निकल एक्सपर्ट का क्या है कहना?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटजिस्ट्स, आनंद जेम्स ने बताया, "24,870 के जोन ने निफ्टी के ऊपर बढ़ने के प्रयासों को रोकना जारी रखा है। हालांकि ऑसिलेटर्स अधिक तेजी की संभावनाओं की ओर इशारा कर रहे हैं। निफ्टी के लिए ऊपर की ओर टारगेट 25,400 तक बढ़ाया जा सकता है। इसके उलट 25,100 के ऊपर बढ़ने में असमर्थता या 24,700 के नीचे गिरावट इसके बुलिश ट्रेंड पर विराम लगा सकती है।"
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