Wipro Q1 Result: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो के लिए इस वित्त वर्ष की शुरुआत मिली-जुली रही। विप्रो ने आज वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 के नतीजे जारी किए। कंपनी को जून तिमाही में मुनाफा तो अधिक हुआ है लेकिन रेवेन्यू गिर गया। एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक विप्रो का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 4.63 फीसदी उछलकर 3003.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं इस दौरान कंसालिडेटेड ऑपरेशनल रेवेन्यू 3.79 फीसदी फिसलकर 21,963.8 करोड़ रुपये पर आ गया।
आज नतीजे आने के पहले इसके शेयर भी BSE पर 2.78 फीसदी फिसलकर 557.25 रुपये पर बंद हुए हैं। हालांकि इसके शेयर 580 रुपये के भाव पर खुले थे जो इसका एक साल का रिकॉर्ड हाई है।
Wipro Q1 Result: FY25 की कमजोर शुरुआत
विप्रो के लिए जून तिमाही कुछ खास नहीं रहा। कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट 4.63 फीसदी उछलकर 3003.2 करोड़ रुपये पर पहुंचा लेकिन रेवेन्यू 3.79 फीसदी फिसलकर 21,963.8 करोड़ रुपये पर आ गया। मनीकंट्रोल के ब्रोकरेज पोल में जून तिमाही में 2953 करोड़ रुपये के मुनाफे और 22,229 करोड़ रुपये के रेवेन्यू का अनुमान लगाया गया था। नतीजे से पहले ही मुनाफे में उछाल और रेवेन्यू में गिरावट का अनुमान था। जून तिमाही में इसकी लॉर्ज डील बुकिंग्स सालाना आधार पर 3.6 फीसदी गिरकर 120 करोड़ डॉलर पर आ गई जबकि टोटल डील्स में 11.8 फीसदी की गिरावट आई। इसका ऑपरेटिंग मार्जिन सालाना आधार पर 0.4 फीसदी उछलकर 16.5 फीसदी पर पहुंच गया।
नतीजे के दिन बिकवाली का दबाव
आज घरेलू स्टॉक मार्केट में बिकवाली का दबाव था। इस दबाव में विप्रो के भी शेयर टूट गए। विप्रो के शेयर इंट्रा-डे में 3 फीसदी से अधिक टूट गए थे। बाद में रिकवरी हुई लेकिन कुछ खास नहीं। दिन के आखिरी में BSE पर यह 2.78 फीसदी की गिरावट के साथ 557.25 रुपये पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 3.18 फीसदी फिसलकर 555.00 रुपये के भाव तक फिसल गया था। एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 26 अक्टूबर 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 375 रुपये और आज 19 जुलाई 2024 को एक साल के हाई 580 रुपये पर पहुंचा था।