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World Markets News: अमेरिका में वोटिंग से ठीक पहले Donald Trump को बड़ा झटका, ट्रंप मीडिया के शेयर 41% फिसले

अमेरिका में बोइंग के शेयरों में 3 फीसदी से ज्यादा तेजी आई। लेकिन, डोनाल्ड ट्रंप की मीडिया कंपनी के शेयर तीन दिन में 41 फीसदी तक लुढ़क गए। इसका असर ट्रंप के नेटवर्थ पर पड़ा है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग से ठीक पहले उनका नेटवर्थ घट गया है। अमेरिका में 5 नवंबर को वोटिंग होने वाली है

अपडेटेड Nov 04, 2024 पर 9:48 AM
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बड़ी गिरावट से पहले ट्रंप मीडिया के शेयरों में लगातार पांच हफ्ते तेजी देखने को मिली थी। ट्रंप के दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनने की संभावना की वजह से शेयरों में यह तेजी आई थी।

अमेरिकी स्टॉक मार्केट्स और दुनिया की बड़ी खबरों का असर इंडिया सहित दुनियाभर के बाजारों पर पड़ता है। इसलिए मनीकंट्रोल आपको अमेरिकी बाजार और दुनिया से जुड़ी 4 नवंबर की बड़ी खबरों से रूबरू करा रहा है। बोइंग के शेयरों में 3.5 फीसदी उछाल आया। इसकी वजह पिछले 7 हफ्तों से जारी हड़ताल खत्म होने की उम्मीद है। इधर, ओपेक प्लस के देशों ने ऑयल का प्रोडक्शन बढ़ाने में देर की है, जिसका असर क्रूड ऑयल की कीमतों पर पड़ा है। ट्रंप मीडिया के शेयर क्रैश कर गए हैं। इससे अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के नेटवर्थ में बड़ी गिरावट आई है।

बोइंग के शेयर हड़ताल खत्म होने की उम्मीद से 3 फीसदी उछले

Boeing के शेयरों में 1 नवंबर को 3.5 फीसदी उछाल आया। दरअसल, इस बात की उम्मीद दिख रही है कि कंपनी की वेस्ट कॉस्ट स्थित फैक्ट्री के वर्कर्स सैलरी से जुड़े नए प्रस्ताव को मान लेंगे। इससे बीते 7 हफ्तों से जारी हड़ताल खत्म हो जाएगी। हड़ताल की वजह से फैक्ट्री में उत्पादन ठप पड़ा है। 13 सितंबर को करीब 33,000 वर्कर्स हड़ताल पर हैं। वे नए कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर कर सकते हैं, जिसमें चार सालों के दौरान सैलरी में 38 फीसदी वृद्धि का प्रस्ताव शामलि है।


ओपेक प्लस ने उत्पादन बढ़ाने का फैसला टाला तो क्रूड चढ़ा

4 नवंबर को क्रूड ऑयल की कीमतों में 1 फीसदी का उछाल दिखा। इसकी वजह ओपेक प्लस का यह ऐलान है कि उसने दिसंबर में प्रोडक्शन बढ़ाने के प्रस्ताव को एक महीने के लिए टाल दिया है। ओपेक प्लस के देशों ने 3 नवंबर को यह फैसला लिया। क्रूड ऑयल की कमजोर डिमांड और गैर-ओपेक प्लस देशों के उत्पादन बढ़ाने की वजह से उन्होंने यह फैसला लिया। ओपेक प्लस के देश दिसंबर से उत्पादन रोजाना 1,80,000 बैरल बढ़ाने वाले थे।

वॉरेन बफे ने बेचे एपल और बैंक ऑफ अमेरिका के स्टॉक्स

Berkshire Hathaway का कैश रिजर्व तीसरी तिमाही में बढ़कर 300 अरब डॉलर से ज्यादा हो गया। इसकी वजह वॉरेन बफे की तरफ से शेयरों की बिकवाली है। वह शेयर बेच रहे हैं, लेकिन नए शेयर नहीं खरीद रहे। इस वजह से कंपनी का कैश रिजर्व बढ़ रहा है। सितंबर के अंत में बर्कशायर हैथवे का कैश रिजर्व 325.2 अरब डॉलर पहुंच गया। यह दूसरी तिमाही के अंत में 276.9 अरब डॉलर था। Warren Buffett ने Apple और Bank of America जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयर बेचे हैं। बर्कशायह ने एपल में अपना करीब एक चौथाई निवेश बेच दिया है। कंपनी ने लगातार चौथी तिमाही एपल के शेयर बेचे।

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 डोनाल्ट ट्रंप के नेटवर्थ में वोटिंग से ठीक पहले गिरावट

डोनाल्ड ट्रंप की सोशल मीडिया कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट आई। इसका असर ट्रंप के नेटवर्थ पर पड़ा है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग से ठीक पहले ट्रंप के नेटवर्थ में गिरावट आई है। इससे पहले ट्रंप मीडिया के शेयरों में लगातार पांच हफ्ते तेजी देखने को मिली थी। इसकी वजह सिर्फ ट्रंप के दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनने की संभावना थी। इस तेजी का कंपनी के प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं था। लेकिन, अब सिर्फ तीन दिन में शेयरों में 41 फीसदी की गिरावट आई है।

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