Yes Bank Shar Price: Yes Bank के शेयरों का बुरा दौर मार्च 2020 में शुरू हुआ। लेकिन तीन साल बाद भी यह एनालिस्ट्स का भरोसा हासिल नहीं कर पाया है। मार्च 2023 तिमाही में Yes Bank ने अच्छे नतीजे दिए लेकिन इसका शेयरों पर कोई पॉजिटिव असर नजर नहीं आ रहा है। एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि Yes Bank का फैक्टर इसे बहुत भारी पड़ सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि Yes Bank रिटेल डिपॉजिट बढ़ाने की लगातार कोशिश कर रहा है लेकिन अब भी इसकी निर्भरता बल्क डिपॉजिट पर बनी हुई है, जो आने वाले समय में इसकी मुश्किल बढ़ा सकता है। एनालिस्ट्स का कहना है कि Yes Bank के कुल डिपॉजिट में बल्क डिपॉजिट का हिस्सा 40% है, जो किसी भी बैंक के लिए अच्छा नहीं माना जाता।
रिटेल डिपॉजिट के मायने छोटी बचत वाले ग्राहकों से है। जबकि बल्क डिपॉजिट के मायने बड़े डिपॉजिट से हैं।
IDBI के हेड ऑफ रिसर्च एके प्रभाकर ने कहा, " Yes Bank के लिए प्रतियोगिता काफी ज्यादा है। हर बैंक अपना डिपॉजिट बढ़ाना चाहते हैं। इसके बावजूद Yes Bank का बल्क डिपॉजिट 40% है जो बहुत बुरा है।"
Yes Bank के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO प्रशांत कुमार ने मनीकंट्रोल को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया था कि बैंक अब बल्क डिपॉजिट पर निर्भर नहीं है। अब कुल डिपॉजिट में छोटे जमाकर्ताओं का हिस्सा 60% तक पहुंच गया है। इस इंटरव्यू से ही Yes Bank के रिटेल और बल्क डिपॉजिट के अनुपात का पता चल पाया है।
एके प्रभाकर का मानना है कि बैंक को अभी काफी कुछ करने की जरूरत है। उनके मुताबिक, फिस्कल ईयर 2023 की मार्च तिमाही में Yes Bank के लिए इनकम की कॉस्ट 72.1% थी। साथ ही चौथी तिमाही में नेट इंटरेस्ट मार्जिन सिर्फ 2.8 फीसदी रहा, जो चिंता की बात है। प्रभाकर ने कहा, "रिटेल कस्टमर्स के बीच पकड़ बनाने में Yes Bank को अभी वक्त लगेगा।"
वहीं HDFC Bank जैसे प्रतिद्वंदी बैंकों के लिए रिटेल-बल्क डिपॉजिट का रेशियो फिस्कल ईयर 2023 की चौथी तिमाही में 47:53 रही।
Yes Bank के सामने जबरदस्त प्रतियोगिता
एनालिस्ट्स ने आगे बताया कि Yes Bank को जबरदस्त प्रतियोगिता से जूझना पड़ रहा है जो उसके लिए बड़ी चुनौती है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के गौरांग शाह ने कहा कि Yes Bank जहां अपने नंबर को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहा है वहीं निवेशक बैलेंसशीट में बेहतर संकेत की तलाश कर रहे हैं।
शाह ने आगे कहा, "बैंक के लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट्स फंडामेंटल्स अच्छे हैं। जब तक किए गए वादे बैलेंस शीट पर नजर नहीं आते तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।"
अगर Yes Bank रिटेल बुक को बढ़ाने में कामयाब होता है तो इससे बैंक की स्टेबिलिटी बढ़ सकती है। एम्पावरमेंट सर्विसेज के जेएन गुप्ता ने कहा है, "अगर Yes Bank रिटेल डिपॉजिट को बढ़ाने का प्लान करता है तो यह एक सकारात्मक कदम होगा। इससे शेयरों में चल रहा उतारचढ़ाव भी कम होगा क्योंकि अगर बल्क डिपॉजिट में से एक भी निकल जाता है तो उसका असर बैंक की बैलेंस शीट पर साफ नजर आएगा।"
रिटेल डिपॉजिट की बात करें तो इसका खर्च ज्यादा हो सकता है लेकिन इससे वोलैटिलिटी कम होगी।
मनीकंट्रोल को दिए इंटरव्यू में Yes Bank के कुमार ने बताया था कि बैंक अपने ब्रांच नेटवर्क को बढ़ाने की कोशिश में है।
Yes Bank के MD और CEO प्रशांत कुमार ने इंटरव्यू में बताया था, "फिस्कल ईयर 2023 में हमने 83 ब्रांच खोला था। इस फाइनेंशियल ईयर में हमारी योजना 150 नए ब्रांच खोलने की है। हमारा फोकस ऐसे जिलों की पहचान करना जहां हमारी मौजूदगी बहुत कमजोर है लेकिन इन जिलों का इकोनॉमी में योगदान बड़ा है।"
Yes Bank ने 22 अप्रैल को मार्च 2023 तिमाही के नतीजे जारी किए थे। बैंक का नेट प्रॉफिट साल-दर-साल आधार पर 45 फीसदी बढ़ा है। इस तिमाही में बैंक ने बैड लोन के लिए प्रोविजनिंग भी ज्यादा की थी।