Zerodha margin rules: दिग्गज स्टॉक ब्रोकिंग फर्म Zerodha ने ट्रेडर्स के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब एक्सपायरी वाले दिन इक्विटी F&O पोजिशन पर ब्लॉक किया गया मार्जिन मार्केट बंद होते ही रिलीज कर दिया जाएगा। इसका मतलब है कि ट्रेडर्स उसी शाम इन पैसों का इस्तेमाल कमोडिटी मार्केट में भी कर सकेंगे।
पहले स्थिति यह थी कि एक्सपायरी पर 3:30 बजे F&O कॉन्ट्रेक्ट खत्म होने के बाद भी मार्जिन फंसा रहता था। मार्जिन तब तक रिलीज नहीं होता था जब तक सेटलमेंट फाइलें पूरी तरह प्रोसेस न हो जाएं।
कमोडिटी मार्केट इक्विटी मार्केट से देर तक खुली रहती है, लेकिन ट्रेडर्स इन फंड्स का उपयोग अगले दिन तक नहीं कर पाते थे। यह खास तौर पर एक्टिव डेरिवेटिव ट्रेडर्स के लिए बड़ी समस्या थी।
Zerodha के मुताबिक, एक्सपायरी वाले दिन लगभग 4 बजे तक ब्लॉक मार्जिन रिलीज कर दिया जाएगा। यह रिलीज रिस्क चेक पास होने के बाद ही होगी।
Zerodha के पास 'सिंगल लेजर' सिस्टम है। इसका मतलब है कि इक्विटी, F&O, करेंसी और कमोडिटी - सभी सेगमेंट्स का पैसा एक ही पूल में रहता है। इसी वजह से एक सेगमेंट से दूसरे में तुरंत फंड इस्तेमाल करना मुमकिन हो जाता है।
क्या नियमों में कोई बदलाव हुआ है?
Zerodha ने साफ किया है कि यह बदलाव सिर्फ मार्जिन उपलब्ध होने के टाइमिंग से जुड़ा है। बाकी सभी नियम पहले जैसे ही लागू रहेंगे। पीक मार्जिन नियम में कोई बदलाव नहीं है, SPAN और एक्सपोजर मार्जिन भी पहले की तरह ही जारी रहेंगे।
इंट्राडे मार्जिन ब्लॉकिंग की प्रक्रिया भी जस की तस है, और सेटलमेंट टाइमलाइन पर भी इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। Zerodha ने यह भी स्पष्ट किया है कि जल्दी मार्जिन रिलीज सिर्फ उन F&O कॉन्ट्रेक्ट्स पर लागू होगी जो एक्सपायरी पर बंद हो चुके हों। जल्दी मार्जिन रिलीज केवल एक्सपायर हो चुके F&O कॉन्ट्रेक्ट्स पर लागू होता है।
ट्रेडर्स के लिए क्या फायदा होगा?
कुल मिलाकर, यह अपडेट Zerodha पर ट्रेडिंग को ज्यादा लचीला और तेज बनाता है। खासकर उन लोगों के लिए, जो एक ही दिन में कई सेगमेंट्स में ट्रेड करते हैं।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।