भारत की दिग्गज ब्रोकरेज फर्म Zerodha ने निवेशकों को बड़ा तोहफा दिया है। कंपनी ने आज बुधवार को ऐलान किया है कि अब भारत में रहने वाले निवेशकों से डीमैट अकाउंट खोलने के बदले कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। कंपनी ने कहा कि यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि अकाउंट खोलने की ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल हो गई है। कंपनी ने कुछ साल पहले यूजर्स से अकाउंट खोलने का शुल्क लिया था क्योंकि तब आधार या ई-साइन नहीं था और डीमैट अकाउंट बनाना पूरी तरह से ऑफलाइन था।ॉ
ब्रोकरेज ने कहा, "जब हमने Zerodha की शुरुआत की थी, तो हमने जानबूझकर दो कारणों से अकाउंट खोलने का शुल्क लगाने का फैसला किया था। 2016-17 तक कोई आधार या ई-साइन नहीं था। अकाउंट खोलना पूरी तरह से ऑफलाइन था, जिसका मतलब था कि इसमें लागत शामिल थी। इसलिए हमें लागत को कवर करने के लिए अकाउंट खोलने का शुल्क लगाना पड़ा।"
ब्रोकर ने कहा कि पिछले कुछ सालों में पूरी तरह से डिजिटल ऑनबोर्डिंग के साथ चीजें बदल गई हैं। कुछ महीने पहले Zerodha ने 25 वर्ष से कम आयु के लोगों के लिए अकाउंट खोलना फ्री कर दिया था, ताकि उन्हें जल्दी निवेश शुरू करने के लिए बढ़ावा दिया जा सके। लेकिन अब हम इसे भारत में रहने वाले सभी लोगों के लिए फ्री कर रहे हैं।
फ्यूचर एंड ऑप्शन से आता है Zerodha के रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा
Zerodha अपने रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडर्स से प्राप्त करता है। कंपनी 3 लाख करोड़ रुपये के कुल एसेट बेस को मैनेज करती है, जो इसे सबसे बड़ा रिटेल फोकस्ड ब्रोकर बनाता है।
इसके 60 लाख से ज्यादा एक्टिव क्लाइंट हैं। कुल मिलाकर 120 लाख मजबूत कस्टमर बेस में से लगभग 25 लाख F&O यूजर हैं और 15 लाख एक्टिव F&O ट्रेडर्स हैं। FY23 में भारत के सबसे बड़े स्टॉक ब्रोकर ने लगभग 6,875 करोड़ रुपये का कुल रेवेन्यू और 2900 करोड़ रुपये का प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स कमाया।