14 मार्च 2011
सीएनबीसी आवाज़
फरवरी महीने में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर के आंकड़ों में मामूली बढ़ोतरी हुई है। फरवरी में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर बढ़कर 8.31 फीसदी हो गई है। जनवरी में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर 8.23 फीसदी रही थी।
हालांकि फरवरी में प्रमुख खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर में गिरावट देखने को मिली है। फरवरी में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित प्रमुख खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर घटकर 14.79 फीसदी हो गई है। जनवरी में प्रमुख खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 17.28 फीसदी रही थी।
फरवरी में मैन्यूफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर बढ़कर 4.94 फीसदी हो गई है। जनवरी में मैन्यूफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की महंगाई दर 3.75 फीसदी रही थी। जनवरी में ईंधन समूह की महंगाई दर मामूली बढ़त के साथ 11.49 रही, जबकि जनवरी में ईंधन समूह की महंगाई दर 11.41 फीसदी थी।
दिसंबर में संशोधित थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर भी बढ़कर 9.41 फीसदी हो गई है। फरवरी में प्रमुख खाद्य वस्तुओं के सूचकांक में 2.9 फीसदी, मैन्यूफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स के सूचकांक में 1.3 फीसदी और ईंधन समूह के सूचकांक में 0.7 फीसदी को बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
बैंक ऑफ बड़ौदा की इकोनॉमिस्ट रुपा रेगे का कहना है कि अगले साल तक महंगाई दर के 7.5-8 फीसदी तक रहने की उम्मीद है। लागत और कमोडिटी की कीमतों में आई तेजी की वजह से मैन्यूफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की महंगाई दर में बढ़ोतरी देखने को मिली है। उम्मीद थी कि आरबीआई मिड-टर्म पॉलिसी में प्रमुख दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी करेगी लेकिन अब महंगाई दरों के आंकड़ों में आई तेजी की वजह से दरों में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
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