साथ ही शेयर ने करीब 1 प्रतिशत तक की गिरावट के साथ 528.45 रुपये का लो भी देखा। कारोबार खत्म होने पर शेयर 0.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ 529.55 रुपये पर बंद हुआ। वेदांता का मार्केट कैप 2 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है।
कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया है कि NCLT कोलकाता ने इनकैब इंडस्ट्रीज लिमिटेड की खरीद के लिए वेदांता के रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दे दी है। यह प्लान वेदांता ने इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड, 2016 के प्रावधानों के अनुसार कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस के तहत जमा किया था।
इनकैब, पावर केबल और इंडस्ट्रीज वायर बनाने का काम करती है। इसके लिए मुख्य कच्चे माल के तौर पर तांबा और एल्यूमीनियम का इस्तेमाल होता है। इस खरीद से वेदांता डाउनस्ट्रीम तांबा और एल्यूमीनियम इंडस्ट्री में विस्तार करेगी।
इस खरीद के लिए वेदांता एडवांस में 545 करोड़ रुपये का पेमेंट करेगी। इनकैब की पूरी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी को खरीदा जाएगा। साथ ही वेदांता के पास इनकैब के मैनेजमेंट का भी कंट्रोल होगा।
वेदांता इस खरीद को 90 दिनों के अंदर पूरा करने की तैयारी में है। इनकैब के रिवाइवल के लिए वेदांता कैपिटल एक्सपेंडिचर और वर्किंग कैपिटल से जुड़ी पूंजी लगाएगी।
इनकैब इंडस्ट्रीज का हेड ऑफिस कोलकाता में है। इसके झारखंड के जमशेदपुर और महाराष्ट्र के पुणे में 2 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं। ये प्लांट फिलहाल ऑपरेशनल नहीं हैं। पुणे का प्लांट वेदांता की सिलवासा स्थित कॉपर यूनिट से 300 किलोमीटर दूर है।
इनकैब इंडस्ट्रीज को 7 अगस्त, 2019 को इनसॉल्वेंसी में डाला गया था। कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स ने 23 जून, 2022 को वेदांता के रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दी थी। इसके बाद मामला NCLT कोलकाता में पेंडिंग था, जिसे 3 दिसंबर, 2025 को मंजूरी मिल गई।
वेदांता का शेयर 3 महीनों में 21 प्रतिशत उछला है। 2 साल में यह 119 प्रतिशत की तेजी देख चुका है। कंपनी में प्रमोटर्स के पास 56.38 प्रतिशत हिस्सेदारी है।