फेस्टिव सीजन में कैश की जरूरत अचानक बढ़ जाती है। ऐसे में पर्सनल लोन एक आसान रास्ता लगता है। लेकिन लोन लेने से पहले कुछ अहम बातों पर ध्यान देना जरूरी है ताकि बाद में बोझ न बने। यहां जानिए किन बातों को ध्यान में रखकर समझदारी से पर्सनल लोन लिया जा सकता है।
क्रेडिट स्कोर पहले जांचें: लोन अप्लाई करने से पहले अपना क्रेडिट स्कोर जरूर चेक करें। अच्छा स्कोर लोन मंजूर होने की संभावना बढ़ाता है और कम ब्याज दर पाने में मदद करता है। अगर कोई गलती या लेट पेमेंट दिखे तो उसे पहले सुधार लें।
अपनी रीपेमेंट क्षमता समझें: लोन उतना ही लें जितना आराम से चुका सकें। अपनी सैलरी, बाकी ईएमआई और खर्चों को ध्यान में रखकर ही रकम तय करें। ज्यादा लोन लेने से बाद में फेस्टिव सीजन में भी जेब पर बोझ बढ़ सकता है।
इंटरेस्ट रेट्स की तुलना करें: हर बैंक और एनबीएफसी की ब्याज दरें अलग होती हैं। सिर्फ 1-2% का फर्क भी आपके पूरे रीपेमेंट अमाउंट को काफी प्रभावित कर सकता है। इसलिए प्रोसेसिंग चार्ज और प्रीपेमेंट पेनल्टी सहित सभी पहलुओं की तुलना करें।
छिपे हुए चार्ज समझें: अक्सर लोन के साथ कई हिडन फीस होती हैं जैसे प्रोसेसिंग फीस, लेट पेमेंट पेनल्टी या प्रीपेमेंट चार्ज। लोन एग्रीमेंट को ध्यान से पढ़ें और कोई भी शक हो तो क्लियर करें ताकि बाद में कोई सरप्राइज न मिले।
सही टेन्योर चुनें: लोन की अवधि यानी टेन्योर सीधे आपकी ईएमआई और कुल ब्याज को प्रभावित करती है। कम टेन्योर में ईएमआई ज्यादा लेकिन ब्याज कम होता है, जबकि लंबा टेन्योर आसान ईएमआई के साथ ज्यादा ब्याज लाता है। बैलेंस बनाकर चलना बेहतर है।
जरूरी डॉक्युमेंट्स तैयार रखें: पर्सनल लोन के लिए पहचान, पते, इनकम और बैंक स्टेटमेंट जैसे दस्तावेज जरूरी होते हैं। पहले से ये सब तैयार रखने पर आपका लोन प्रोसेस जल्दी होता है और फेस्टिव तैयारियों में देरी नहीं होती।
एक साथ कई जगह अप्लाई न करें: एक साथ कई बैंकों में लोन के लिए अप्लाई करने से आपका क्रेडिट स्कोर घट सकता है। बेहतर होगा कि पहले तुलना करें और फिर सिर्फ एक या दो जगह अप्लाई करें। इससे अप्रूवल की संभावना भी बढ़ती है।
प्रीपेमेंट ऑप्शन पर विचार करें: अगर फेस्टिव बोनस या अतिरिक्त इनकम मिल रही है, तो लोन जल्दी चुकाने पर विचार करें। हालांकि, पहले यह देख लें कि बैंक प्रीपेमेंट पर कोई चार्ज तो नहीं ले रहा, ताकि फायदा नुकसान में न बदल जाए।