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Joint Home Loan: जीवनसाथी के साथ मिलकर लीजिए होम लोन, मिलेगें ये 8 बड़े फायदे

Joint Home Loan: पत्नी के साथ जॉइंट होम लोन लेने से कई फायदे मिलते हैं। इससे लोन अप्रूवल भी तेज होता है और फाइनेंशियल डिसिप्लिन बेहतर बनती है। जानिए जॉइंट होम लोन के 8 फायदे।

अपडेटेड Jul 23, 2025 पर 23:20
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Joint Home Loan: होम लोन लेते वक्त अगर आप अपनी पत्नी को को-एप्लिकेंट बनाते हैं, तो इससे सिर्फ लोन अप्रूवल आसान नहीं होता बल्कि टैक्स और ब्याज में भी कई फायदे मिलते हैं। ऐसे कदम से न सिर्फ वित्तीय बोझ बंटता है बल्कि बैंक से बेहतर टर्म्स भी मिल सकती हैं। आइए जानते हैं कि पत्नी के साथ मिलकर होम लोन लेने से कौन-कौन से फायदे मिल सकते हैं।

ब्याज दर पर मिल सकती है छूट
अगर महिला को-एप्लिकेंट हैं, तो कई बैंक उन्हें 0.05% तक सस्ती ब्याज दर ऑफर करते हैं। ये छोटा अंतर लंबे समय में बड़ी बचत बन जाता है। यह फायदा सिर्फ महिला की मुख्य भूमिका होने पर ही मिलता है।

टैक्स में डबल छूट का फायदा
जॉइंट होम लोन लेने पर दोनों पार्टनर 80C और 24B सेक्शन के तहत टैक्स में छूट पा सकते हैं। इसका मतलब है कि सालाना ₹3.5 लाख तक टैक्स डिडक्शन दोनों को मिल सकता है। हालांकि, दोनों की इनकम होनी चाहिए।

बड़ी रकम का लोन मिल सकता है
दोनों की इनकम जोड़ने पर एलिजिबिलिटी बढ़ जाती है। इससे ज्यादा रकम का लोन आसानी से मिल सकता है। खासतौर पर मेट्रो शहरों में यह फैक्टर बेहद अहम बन जाता है।

रिपेमेंट का बोझ बंट जाता है
जॉइंट लोन में दोनों मिलकर ईएमआई भरते हैं, जिससे किसी एक पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ता। इससे फाइनेंशियल प्लानिंग बेहतर होती है और लोन डिफॉल्ट का रिस्क भी कम होता है।

महिला को प्रॉपर्टी में सह-स्वामी बनाने पर छूट
अगर महिला को प्रॉपर्टी में सह-स्वामी भी बनाया जाए, तो कई राज्यों में रजिस्ट्रेशन शुल्क में छूट मिलती है। उदाहरण के लिए दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में महिलाओं के लिए रेट कम है।

लोन अप्रूवल जल्दी होता है
जब दो लोगों की इनकम को आधार बनाया जाता है, तो बैंकों को पेमेंट रिस्क कम लगता है। ऐसे में लोन अप्रूवल की प्रक्रिया तेज हो जाती है। साथ ही बैंक भी लोन देने में सहज रहते हैं।

क्रेडिट स्कोर में सुधार का मौका
नियमित EMI भरने से दोनों का सिबिल स्कोर सुधरता है। यह भविष्य में किसी और लोन या क्रेडिट फैसिलिटी के लिए फायदेमंद साबित होता है। खासतौर पर अगर महिला की क्रेडिट हिस्ट्री मजबूत नहीं रही हो।

फाइनेंशियल डिसिप्लिन में मदद मिलती है
जब कपल साथ मिलकर लोन लेते हैं, तो वे बजट और सेविंग को लेकर ज्यादा सजग रहते हैं। इससे लॉन्ग टर्म फाइनेंशियल गोल्स को पूरा करना आसान हो जाता है। जॉइंट प्लानिंग से झगड़े भी कम होते हैं।