
इनकम और नौकरी की स्थिरता
आपकी मासिक इनकम और नौकरी की स्थिरता बहुत मायने रखती है। स्थिर नौकरी या नियमित बिजनेस इनकम आपके लोन अप्रूवल की संभावनाएं बढ़ाती हैं क्योंकि इससे बैंक को आपकी वापसी की क्षमता का भरोसा होता है।
मौजूदा कर्ज और क्रेडिट कार्ड बैलेंस
यदि आपके ऊपर पहले से कई लोन या क्रेडिट कार्ड की EMI बकाया है, तो बैंक झिझकते हैं। ज्यादा बकाया होने पर बैंक को शक होता है कि आप नया लोन समय पर चुका पाएंगे या नहीं।
बैंक स्टेटमेंट और खर्च-पैटर्न
पिछले 6 से 12 महीने के बैंक स्टेटमेंट से बैंक परखते हैं कि आपका खर्च और बचत का पैटर्न कैसा है। इससे आपकी EMI चुकाने की क्षमता का आकलन होता है।
डॉक्युमेंटेशन की मजबूती
KYC डॉक्युमेंट, इनकम प्रूफ और एड्रेस प्रूफ को पूरी तरह सही और अपडेटेड होना जरूरी है। किसी भी दस्तावेज में गड़बड़ी से लोन अप्रूवल रोक दिया जाता है।
लोन अप्रूवल की प्रक्रिया
बैंक आपकी क्रेडिट हिस्ट्री, इनकम, खर्च, और दस्तावेजों की पूरी जांच के बाद लोन देने का निर्णय लेते हैं। इन मानकों पर फिट होने वाले आवेदकों को लोन जल्दी मिलता है।
लोन रिजेक्ट के कारण
ज्यादा कर्ज, खराब क्रेडिट स्कोर, असंगत इनकम या अधूरी कागजी कार्रवाई लोन रिजेक्ट के मुख्य कारण हैं। इसलिए बैंक की सभी जरूरतों को पूरा करना जरूरी है।
सही तैयारी के टिप्स
लोन लेने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर पर ध्यान दें, कर्ज कम करें, जरूरी दस्तावेज अपडेट करें और स्थिर आमदनी दिखाएं। ये कदम आपके लोन अप्रूवल की संभावनाओं को बेहतर बनाएंगे।