FD में निवेश के स्मार्ट तरीके, पैसे को सुरक्षित और बेहतर मैनेज करने के उपाय

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भारतीय निवेशकों की सबसे पसंदीदा बचत योजनाओं में से एक है। यह सुरक्षित रिटर्न, स्थिर ब्याज और आसान लिक्विडिटी के कारण हर वर्ग के लोगों को आकर्षित करता है। लेकिन सही रणनीति अपनाकर FD से और भी बेहतर लाभ लिया जा सकता है।

अपडेटेड Dec 07, 2025 पर 21:09
Story continues below Advertisement
सही टेन्योर चुनें FD का टेन्योर आपकी जरूरत और लक्ष्य के हिसाब से तय होना चाहिए। लंबी अवधि में ब्याज दरें अधिक मिलती हैं, लेकिन शॉर्ट-टर्म FD से लिक्विडिटी बनी रहती है।

ब्याज दरों की तुलना करें
हर बैंक और NBFC अलग-अलग ब्याज दरें ऑफर करते हैं। निवेश से पहले दरों की तुलना करें ताकि आपको अधिकतम रिटर्न मिल सके।

टैक्स सेविंग FD का विकल्प
5 साल की लॉक-इन अवधि वाले टैक्स सेविंग FD में निवेश करने से आपको धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिल सकती है।

सीनियर सिटिजन FD
वरिष्ठ नागरिकों को सामान्य निवेशकों की तुलना में अधिक ब्याज दर मिलती है। यह उनके लिए सुरक्षित और लाभकारी विकल्प है।

ब्याज भुगतान का तरीका चुनें
आप चाहें तो ब्याज को मासिक/त्रैमासिक रूप से निकाल सकते हैं या मैच्योरिटी पर एकमुश्त प्राप्त कर सकते हैं। यह आपकी कैश फ्लो जरूरतों पर निर्भर करता है।

FD लैडरिंग स्ट्रैटेजी
एक ही समय पर अलग-अलग अवधि की FD में निवेश करें। इससे आपको नियमित अंतराल पर पैसा मिलता रहेगा और ब्याज दरों का फायदा भी।

प्रीमैच्योर विड्रॉअल से बचें
FD को बीच में तोड़ने पर पेनल्टी लगती है और ब्याज दर भी कम हो जाती है। इसलिए केवल जरूरत पड़ने पर ही ऐसा करें।

नामांकन जरूर करें
FD खोलते समय नामांकन करना जरूरी है। इससे अप्रत्याशित स्थिति में आपके परिवार को आसानी से पैसा मिल सकेगा।