टोक्यो ओलिंपिक के ब्रॉन्ज मेडल विजेता भारत के लिए जहां श्रीजेश ने सही मायने में ‘दीवार’ की तरह काम करते हुए बहुत सारे गोल बचाए, तो हर मैच में गोल करते आए हरमनप्रीत ने उस सिलसिले को बरकरार रखा। वहीं पहली बार ओलिंपिक खेल रहे डिफेंडर जरमनप्रीत सिंह और फॉरवर्ड अभिषेक ने विरोधी के रसूख से विचलित हुए बिना बेखौफ हॉकी खेली
अपडेटेड Aug 02, 2024 पर 08:14