उदय कोटक को पहली बार बैंक का आइडिया कुछ सप्लायर्स के संघर्ष को देखने के बाद आया। उन्होंने देखा कि छोटे सप्लायर्स को पूंजी जुटाने में बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि तब काफी ज्यादा इंटरेस्ट रेट पर बैंकों से लोन मिलता था। आनंद महिंद्रा से संयोग से हुई उनकी मुलाकात ने उनके लिए आगे का रास्ता साफ कर दिया