हाल ही में अमेरिका के कोषागार विभाग ( US Treasury Department) जानकारी दी थी कि चीन के हैकरों ने थर्ड पार्टी के सॉफ्टवेयर सर्विस प्रोवाइडर के सिस्टम में सेंध लगाने के बाद अमेरिकी कोषागार विभाग के कंप्यूटर और गोपनीय दस्तावेजों को एक्सेस कर लिया। अब वॉल स्ट्रीट जर्नल ने मामले से जुड़े लोगों के हवाले से शनिवार देर रात रिपोर्ट दी कि चीन के हैकर्स ने अब US टेलीकम्युनिकेशन को अपने निशाना बनाया है, जिसमें चार्टर कम्युनिकेशंस, कंसोलिडेटेड कम्युनिकेशंस और विंडस्ट्रीम शामिल हैं।
अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, हैकरों ने सिक्योरिटी वेंडर Fortinet के अनपैच्ड नेटवर्क डिवाइस का भी फायदा उठाया और सिस्को सिस्टम्स के बड़े नेटवर्क राउटर्स को भी हैक कर लिया।
रिपोर्ट के अनुसार, AT&T और Verizon में गहरी घुसपैठ के अलावा, हैकर्स ने Lumen Technologies और T-Mobile के दूसरे नेटवर्क में भी सेंध लगाई।
हालांकि, चीन ने ऐसी किसी भी हैकिंग या काम से इनकार किया और अमेरिका पर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया।
US टेलीकम्युनिकेशन नेटवर्क में कथित चीनी हैकिंग के आकार और दायरे के बारे में चिंता बढ़ रही है और सवाल यह है कि कंपनियां और सरकार इस मुद्दे के बारे में अमेरिकियों की चिंताओं कब दूर कर पाएंगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने 2023 में व्हाइट हाउस की एक गुप्त बैठक में दूरसंचार और प्रौद्योगिकी अधिकारियों को बताया कि चीनी हैकरों ने अपनी इच्छानुसार दर्जनों अमेरिकी पोर्ट्स, पावर ग्रिडों और दूसरे इंफ्रास्ट्रक्चर को बंद करने की क्षमता हासिल कर ली है।
कंपनियों ने पिछले हफ्ते साइबर हमलों की पुष्टि की और बताया कि चीन से जुड़े साल्ट टाइफून साइबर स्पाई ऑपरेशन ने AT&T और वेरिजॉन के सिस्टम को निशाना बनाया, लेकिन वायरलेस कैरियर के अमेरिकी नेटवर्क अब सुरक्षित हैं, क्योंकि वे कानून प्रवर्तन और सरकारी अधिकारियों के साथ काम करते हैं।