US Fed policy meet : फेडरल रिज़र्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल से उम्मीद है कि वे इस हफ़्ते वह ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की और कटौती करेंगे। हालांकि फेड के दूसरे पॉलिसी बनाने वालों में महंगाई के ऊंचे स्तरों को लेकिर अभी भी चिंता कायम है। गर्मियों में अमेरिकी लेबर मार्केट में अचानक आई गिरावट को देखते हुए यूएस फेड ने अक्टूबर में लगातार दूसरी बार ब्याज दरों में कटौती की थी। जिसका कारण गर्मियों में अमेरिकी लेबर मार्केट में अचानक आई गिरावट थी। लेकिन इसके बाद फेड के कुछ अधिकारियों ने पॉलिसी में सख्ती वाले बयान दिए थे। इनमें पांच ऐसे अधिकारी भी शामिल थे जो पॉलिसी पर वोट करते हैं। इससे दिसंबर में दरों में कटौती की उम्मीद कमजोर दिखने लगी थी।
अक्टूबर और नवंबर के ज़्यादातर समय तक सरकारी कामकाज बंद रहने की वजह से ताज़ा आर्थिक डेटा की कमी रही। इसके चलते दरों में कटौती के लेकर जुड़ी आशंका और बढ़ गई थी।। पॉलिसी बनाने वालों के पास अब जो लेटेस्ट महंगाई का आंकड़ा है वह 5 दिसंबर को जारी किया गया था। यह आंकड़ा सितंबर का है। यह एक ऐसी रिपोर्ट है जिससे पॉलिसी पर कोई खास असर होने संभावना नहीं है।
इस बीच 21 नवंबर को पॉवेल के करीबी और न्यूयॉर्क फेड के प्रेसिडेंट जॉन विलियम्स ने कहा कि उन्हें "निकट भविष्य" में कटौती की गुंजाइश दिखती है। इससे मार्केट को राहत मिली है।
उधर ब्लूमबर्ग द्वारा कराए गए एक पोल से पता चलता है कि इकोनॉमिस्ट्स को उम्मीद है कि यूएस फेड मार्च 2026 में और सितंबर में दो और कटौती करने से पहले थोड़ा ब्रेक लेगा। ऐसे में लगता है कि अंतिम फैसला आने तक फेड की नीतियों को लेकर तमाम तरह के अनुमान लगाये जाते रहेंगे।
उम्मीद है कि प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप जल्द ही पॉवेल के उत्तराधिकारी का नाम बताएंगे। चेयरमैन के तौर पर पॉवेल का कार्यकाल मई में खत्म हो रहा है। ट्रंप के वफादार और सीनियर आर्थिक सलाहकार केविन हैसेट इस दौड़ में सबसे आगे हैं। इससे कुछ इन्वेस्टर्स में इस बात को लेकर चिंता बढ़ गई है कि अगला चेयरमैन ट्रंप के कहने पर रेट में कटौती करेगा और महंगाई बढ़ने का खतरा मोल लेगा।