China GDP: चीन की जीडीपी मार्च 2023 तिमाही में 4 फीसदी से अधिक दर से बढ़ी। हालांकि अभी भी इसे कोरोना से पहले के ग्रोथ मोमेंटम को जारी रखने में काफी दिक्कतें हो रही है। मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक चीन की जीडीपी जनवरी-मार्च 2023 में 4.5 फीसदी की दर (China GDP Growth) से बढ़ी। इससे पिछली तिमाही अक्टूबर-दिसंबर 2022 में जीडीपी ग्रोथ 2.9 फीसदी थी। अनुमान से भी बेहतर जीडीपी ग्रोथ हासिल करने के बावजूद प्रॉपर्टी सेक्टर और सेमीकंडक्टर से जुड़ी चुनौतियां परेशान कर रही हैं। जीरो कोविड पॉलिसी को वापस लिए जाने के बाद खपत में बढ़ोतरी और खुदरा बिक्री में उछाल से जीडीपी को सपोर्ट मिला।
चीन की जीडीपी ग्रोथ उम्मीद से भी कहीं अधिक बेहतर रही। हालांकि इसके बावजूद मार्केट इसलिए चिंतित है क्योंकि रिकवरी असमान है यानी कि हर सेगमेंट में ग्रोथ अच्छी नहीं है। वहीं घरेलू स्तर पर रिस्क बने रहने की आशंका है। इसके अलावा अमेरिका से तनाव के बीच एक्सपोर्ट ऑर्डर को लेकर भी चिंता बनी हुई है। रोजगार के पर्याप्त मौके तैयार करने का दबाव बना हुआ है। चीन के तकनीकी और टेलीकॉम इंडस्ट्रीज को हाई-एंड चिप्स और बाकी हाई-टेक प्रोडक्ट्स पर अमेरिकी प्रतिबंधों से झटका लगा है। माइक्रो कंप्यूटिंग डिवाइसेज का उत्पादन मार्च में 21.6 फीसदी और मोबाइल फोन आउटपुट 6.7 फीसदी गिर गया। इंटीग्रेटेड सर्किट्स प्रोडक्सन भी पिछले महीने सालाना आधार पर 3 फीसदी गिर गया।
प्रॉपर्टी सेक्टर की बात करें तो इसमें निवेश मार्च 2023 तिमाही में 5.8 फीसदी गिर गया। हालांकि कमोडिटी हाउसिंग सेल्स की वैल्यू 4.1 फीसदी बढ़ी है। फिक्स्ड एसेट इनवेस्टमेंट मार्च 2023 तिमाही में महज 5.1 फीसदी की दर से बढ़ा जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 5.5 फीसदी पर था। नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (NBS) के मुताबिक मार्च तिमाही के आंकड़े साल की शुरुआत के लिए अच्छे हैं लेकिन घरेलू स्तर पर कमजोर मांग अभी भी चिंता का विषय है।
इस साल 5% ग्रोथ का है लक्ष्य
पिछले साल चीन की जीडीपी महज 3 फीसदी की दर से बढ़ी थी जो करीब 50 वर्षों में दूसरी सबसे सुस्त ग्रोथ रही। अब चीन ने इस साल 5 फीसदी की ग्रोथ का लक्ष्य रखा है। मार्च 2023 तिमाही में इकोनॉमिक आंकड़ों की बात करें तो पिछले महीने खुदरा बिक्री 10.6 फीसदी की दर से बढ़ी और जनवरी-फरवरी में मिलाकर यह ग्रोथ 3.5 फीसदी पर थी। वहीं इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन मार्च में 3.9 फीसदी की दर