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कोरोना और ओलंपिक के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर चीन का प्रतिबंध 2022 तक रह सकता है: रिपोर्ट

भारत से आने-जाने वाली अंतर्राष्ट्रीय यात्री उड़ानों पर भी प्रतिबंध 30 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 02, 2021 पर 11:34 PM
कोरोना और ओलंपिक के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर चीन का प्रतिबंध 2022 तक रह सकता है: रिपोर्ट

चीन की शीर्ष तीन एयरलाइनों ने विश्लेषकों को बताया कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर सरकार के कड़े प्रतिबंध अगले साल यानी 20222 की पहली छमाही तक जारी रह सकती है। चीनी सरकार ने यह फैसला कोविड महामारी के रोकथाम और फरवरी 2022 में होने वाले बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक (2022 Beijing Winter Olympics) के कारण लिया है।

बता दें कि चीन की तथाकथित फाइव वन नीति (Five One policy) अनिवार्य रूप से एयरलाइनों को सप्ताह में केवल एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान तक सीमित करती है, जबकि यात्री क्षमता 75 फीसदी तक सीमित है। विदेशी एयरलाइंस भी चीन के लिए सप्ताह में केवल एक उड़ान संचालित कर सकते हैं।

चीन की तीन प्रमुख एयरलाइनों (एयर चाइना लिमिटेड, चाइना सदर्न एयरलाइंस कंपनी और चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस) को इन प्रतिबंधों के कारण 2021 की पहली छमाही में भारी नुकसान हुआ, हालांकि घरेलू मांग में सुधार के कारण एक साल पहले के आंकड़े में सुधार हुआ था।

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चीन के अलावा भारतीय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने भी भारत से आने-जाने वाली अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ानों पर प्रतिबंध 30 सितंबर तक बढ़ा दिया है। प्रतिबंध पहले अगस्त के अंत तक बढ़ाया गया था।

आदेश में कहा गया है कि यह प्रतिबंध अंतर्राष्ट्रीय ऑल-कार्गो संचालन और डीजीसीए द्वारा अनुमोदित उड़ानों पर लागू नहीं होगा। हालांकि, मामला-दर-मामला आधार पर नियामक द्वारा चयनित मार्गों पर अंतर्राष्ट्रीय शिड्यूल्ड उड़ानों की अनुमति दी जा सकती है।

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