शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक (TikTok) पर बैन न लगे, इसके लिए चाइनीज अधिकारी अब इसका अमेरिकी कारोबार एलॉन मस्क (Elon Musk) को बेचने की संभावना पर विचार कर रहे हैं। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से ऐसा दावा किया गया है। हालांकि चीन के अधिकारियों की यह भी कोशिश है कि टिकटॉक का मालिकाना हक इसकी पैरेंट कंपनी बाइटडांस (ByteDance) के पास बना रहे। फिलहाल प्रतिबंध के खिलाफ अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है लेकिन जजों ने 10 जनवरी को बहस के दौरान संकेत दे दिया कि इस पर बैन हटने की संभावना नहीं है। टिकटॉक पर 19 जनवरी से बैन लगने वाला है।
Elon Musk की X चलाएगी TikTok?
चीन सरकार के अधिकारी इस विकल्प पर चर्चा कर रहे हैं कि टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार को एलॉन मस्क की X (पूर्व नाम Twitter) को दे दिया जाए और एक-साथ मिलकर कारोबार चलाया जाए। अमेरिका में टिकटॉक के 17 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं और इनके जरिए X की एडवरटाइजर्स को आकर्षित करने की कोशिशों को बढ़ावा मिल सकता है। इसके अलावा एलॉन मस्क ने अलग से एक एआई कंपनी xAI बनाई है जिसे टिकटॉक से बड़ी मात्रा में जेनेरेट होने वाले डेटा से फायदा मिल सकता है। हालांकि चाइनीज अधिकारियों के बीच अभी तक इस पर कोई आखिरी फैसला नहीं हुआ है और बातचीत शुरुआती चरण में है।
ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस के एनालिस्ट्स मंदीप सिंह और डेमियन रेमर्ट्ज ने पिछले साल टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार की वैल्यू 4000-5000 करोड़ डॉलर कैलकुलेट की थी। ऐसे में दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलॉन मस्क के लिए भी यह बड़ा सौदा हो सकता है। फिलहाल यह तय नहीं है कि अगर एलॉन मस्क इसे खरीदते हैं तो पैसों का इंतजाम वह कहां से करेंगे।
बैन के पक्ष में नहीं रहे हैं एलॉन मस्क
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बाइटडांस को चीन सरकार की चर्चाओं के बारे में कितना पता है या टिकटॉक और मस्क के बीच किसी डील को लेकर बातचीत हुई है या नहीं। हालांकि एलॉन मस्क ने पिछले साल अप्रैल में टिकटॉक के पक्ष में ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि टिकटॉक को बैन करने से X को फायदा मिल सकता है लेकिन टिकटॉक को अमेरिका में प्रतिबंधित नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि यह फ्रीडम ऑफ स्पीच और एक्सप्रेशन के खिलाफ होगा।
ByteDance में चीन सरकार की अहम हिस्सेदारी
चीन का मानना है कि टिकटॉक पर अब सिर्फ बाइटडांस का कंट्रोल नहीं रह सकता है। इसके अलावा उनका मानना है कि टैरिफ, एक्सपोर्ट कंट्रोल और अन्य मुद्दों पर ट्रंप प्रशासन के साथ बातचीत कड़ी रहने वाली है और टिकटॉक के जरिए सुलह हो सकता है। बता दें कि चीन सरकार इसे लेकर इस कारण फैसला कर सकती है क्योंकि बाइटडाइंस में अहम हिस्सेदारी है जिसके चलते कंपनी के स्ट्रैटेजी और ऑपरेशंस पर इसका असर रहता है। टिकटॉक का कहना है कि चीन सरकार का कंट्रोल सिर्फ चीन में स्थित सब्सिडियरी Douyin Information Service Co. पर है और बाइटडांस के चीन के बाहर कारोबार पर नियंत्रण नहीं है लेकिन चीन के निर्यात से जुड़े नियमों के तहत चाइनीज कंपनियां अपना सॉफ्टवेयर एल्गोरिद्म बेच नहीं सकती हैं।