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US फेडरल रिजर्व की पॉलिसी मीटिंग पर सब की निगाहें, क्या ब्याज दरों में एक चौथाई कटौती अर्थव्यवस्था के लिए होगी काफी?

अगर फेड धीमी रफ्तार से कदम उठाता है तो अमेरिका में बेरोजगारी बढ़ सकती है और अर्थव्यवस्था मंदी में जा सकती है। चूंकि अमेरिका में ज्यादातर मामलों में आर्थिक गतिविधि की रफ्तार धीमी पड़ रही है, ऐसे में कुछ अर्थशास्त्रियों को आक्रामक तरीके से आगे बढ़ने की तुलना में सतर्क दृष्टिकोण अपनाने में अधिक जोखिम दिखाई दे रहा है

अपडेटेड Sep 08, 2024 पर 3:32 PM
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6 सितंबर को अमेरिका में नौकरियों का मासिक डेटा आया था।

अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) की पॉलिसी मीटिंग 17-18 सितंबर को होने वाली है। इस बात की काफी ज्यादा उम्मीद है कि महंगाई कम होने और श्रम बाजार में मंदी आने के कारण फेडरल रिजर्व इस महीने ब्याज दर में कटौती कर सकता है। अब पॉलिसी मेकर्स के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या ब्याज दरों में मामूली कटौती अर्थव्यवस्था को एक्सपेंशन मोड में रखने के लिए काफी होगी।

6 सितंबर को अमेरिका में नौकरियों का मासिक डेटा आया था। रिपोर्ट से पता चला है कि पिछले तीन महीनों में अमेरिका में हायरिंग की रफ्तार धीमी हो गई है और यह 2020 में महामारी की शुरुआत के बाद से सबसे धीमी है। फिर भी आंकड़ों ने निवेशकों को संदेह में डाल दिया कि क्या फेड अधिकारी 17-18 सितंबर की बैठक में ब्याज दर में बड़ी कटौती का विकल्प चुनेंगे।

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में केपीएमजी के मुख्य अर्थशास्त्री डायने स्वोंक के हवाले से कहा गया है कि जॉब्स डेटा फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल जैसे लोगों के बीच तीखी बहस की जमीन तैयार करता है, जो दरों में बड़ी कटौती के लिए भी तैयार हैं। वहीं अन्य अधिकारी एक चौथाई कटौती पर भी झिझक रहे हैं।


देर से उठाए कदम तो मंदी में जा सकती है अर्थव्यवस्था

पॉवेल के नेतृत्व में फेड ने 1980 के दशक की शुरुआत के बाद से महंगाई के सबसे बुरे दौर को रोकने के लिए बहुत देर से कदम उठाने की गलती की। इससे अमेरिकी परिवारों की बाइंग पावर कम हो गई। अगर इस बार भी फेड धीमी रफ्तार से कदम उठाता है तो अमेरिका में बेरोजगारी बढ़ सकती है और अर्थव्यवस्था मंदी में जा सकती है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, फेड अधिकारियों के सामने विकल्प होंगे- धीरे-धीरे ढील देना शुरू करना या ब्याज दरों में बड़ी कटौती करना। इनका विवादास्पद होना तय है, जैसा कि अक्सर मौद्रिक नीति के लिए प्रमुख मोड़ के दौरान होता है।

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चूंकि अमेरिका में ज्यादातर मामलों में आर्थिक गतिविधि की रफ्तार धीमी पड़ रही है, ऐसे में कुछ अर्थशास्त्रियों को आक्रामक तरीके से आगे बढ़ने की तुलना में सतर्क दृष्टिकोण अपनाने में अधिक जोखिम दिखाई दे रहा है। बढ़ती बेरोजगारी जल्द ही स्थायी रूप ले सकती है क्योंकि उपभोक्ताओं ने खर्च पर लगाम लगाई है, जिसके चलते अधिक कंपनियां श्रमिकों को निकाल सकती हैं। अमेरिका में पहले से ही बेरोजगारी दर पिछले साल के निचले स्तर से लगभग एक फुल परसेंटेज पॉइंट बढ़ गई है। 4 सितंबर को पब्लिश श्रम सांख्यिकी ब्यूरो की एक रिपोर्ट से पता चला है कि अमेरिका में जुलाई में नौकरी के अवसर 2021 की शुरुआत के बाद से सबसे निचले स्तर पर आ गए। सरकार फेड की सितंबर नीति बैठक और 6-7 नवंबर को अगली बैठक के बीच दो और मंथली जॉब्स रिपोर्ट जारी करेगी।

महंगाई जोखिम

कुछ फेड अधिकारियों ने हाल के हफ्तों में संकेत दिया है कि अगर फेडरल रिजर्व दरों में बहुत तेजी से कटौती करता है और आर्थिक गतिविधि को झटका देता है तो वे अभी भी महंगाई के जोखिम को लेकर चिंतित हैं। ये पॉलिसी मेकर्स छंटनी के ट्रेंड की ओर भी इशारा कर सकते हैं, जो हायरिंग में मंदी के बावजूद कम बनी हुई है। 2022 और 2023 में फेड ने महंगाई पर लगाम कसने के लिए ब्याज दरों में 4 दशकों में सबसे आक्रामक बढ़ोतरी शुरू की थी।

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