Iran-Israel Crisis: इजरायल और इरान में बढ़ते टेंशन के बीच दुनिया भर के बाकी बड़े देश भी अब सतर्क हो गए हैं। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी बुधवार को मिडिल ईस्ट में संकट पर चर्चा करने के लिए ग्रुप ऑफ सेवन (G7) के नेताओं की एक बैठक की मेजबानी करेंगी। यह जानकारी उनके ऑफिस ने दी है। बता दें कि मंगलवार देर रात इरान ने इजरायल पर करीब 180 बैलिस्टिक मिसाइलें दाग दी। हालांकि, इससे जान मान को हुए नुकसान की अभी तक आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
इटली पीएम मेलोनी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के ऑफिस ने एक बयान के मुताबिक मेलोनी ने बुधवार को अपने मंत्रिमंडल के सामने इजरायल के खिलाफ ईरान के मिसाइल हमले और लेबनान में बढ़ती अस्थिरता सहित हालिया घटनाओं को लेकर "गहरी चिंता" जताई है। बता दें कि जी-7 एक अंतर-सरकारी संगठन है जो विश्व की सबसे बड़ी विकसित अर्थव्यवस्थाओं से बना है। इस ग्रुप में फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा जैसे देश शामिल हैं।
Iran-Israel के बीच बढ़ सकता है टकराव
इरान के हालिया हमले पर इजरायल का जवाब और भी खतरनाक साबित हो सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल इस बार पलटवार करते हुए ईरान के भीतर तक हमला करने की तैयारी में है और इतना ही नहीं वो उसके तेल उत्पादन और दूसरी रणनीतिक जगहों को निशाना बना सकता है।
Axios ने इजरायली अधिकारियों के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव को देखते हुए इजरायल मंगलवार के बड़े मिसाइल हमले का कुछ ही दिनों में "जवाबी हमले" शुरू करेगा, जो ईरान के अंदर तेल उत्पादन सुविधाओं और दूसरे रणनीतिक स्थलों को निशाना बना सकता है।
मध्य पूर्व में फैले युद्ध में इजरायल और ईरान कभी भी इतने खतरनाक मोड़ पर आमने-सामने नहीं आए। ईरान ने धमकी दी कि अगर इजराइल ने मंगलवार के हमले का ताकत से जवाब दिया, तो वो दोबारा हमला करेगा। अगर ऐसा होता है, तो इजरायली अधिकारियों का कहना है कि सभी विकल्प हमारे सामने होंगे, जिसमें ईरान की न्यूक्लियर ठिकानों पर हमले भी शामिल हैं।