Layoff News: छंटनी की तलवार सिर्फ घाटे में चल रही कंपनियों में ही नहीं, बल्कि मुनाफे वाली कंपनी में भी चल रही है। इसका एक उदाहरण हॉस्पिटैलिटी फर्म Airbnb है। यह कंपनी पिछले साल 2022 में पहली बार मुनाफे में आई थी और अब इसने इस हफ्ते अपने 30 फीसदी रिक्रूटिंग स्टॉफ को कंपनी से बाहर निकाल दिया है। पिछले साल Airbnb को 190 करोड़ डॉलर की नेट इनकम हुई थी। Airbnb ने अपने 30 फीसदी रिक्रूटिंग स्टॉफ को बाहर निकाला है जो इसके 6800 एम्प्लॉयीज वर्कफोर्स के 0.4 फीसदी से भी कम है।
Airbnb की हायरिंग प्लान के बीच छंटनी ने चौंकाया
एक मीडिया रिपोर्ट में Airbnb की छंटनी ने चौंका दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले महीने फरवरी में कंपनी ने इस साल 2023 में एम्प्लॉयीज की संख्या बढ़ाने की बात कही थी। अमेरिकी हॉस्पिटैलिटी फर्म Airbnb के सीईओ ब्रायन चेस्की ने पिछले साल के आखिरी महीनों में कहा था कि इकॉनमी की स्थिति से कंपनी के कारोबार पर असर नहीं पड़ेगा। मुख्य वित्तीय अधिकारी डेव स्टीफनसन ने पिछले महीने अर्निंग्स कॉल पर कहा था कि हायरिंग के लिए अभी जगह है। स्टीफनसन के मुताबिक पिछले साल वर्कफोर्स 11 फीसदी बढा रहा और इस साल इसके 2-4 फीसदी बढ़ने के आसार हैं। कोरोना के दौरान इस कंपनी ने 25 फीसदी एम्प्लॉयीज की छंटनी की थी।
Alphabet की टेक यूनिट Waymo में भी हुई छंटनी
टेक कंपनियों में छंटनी का दबाव अभी खत्म नहीं हुआ है। पिछले महीने ट्विटर ने करीब 10 फीसदी यानी 200 एम्प्लॉयीज की छंटनी की थी। इसके करीब 2300 एक्टिव एम्प्लॉयीज हैं। अल्फाबेट (Alphabet) ने जनवरी में 12 हजार एम्प्लॉयीज के छंटनी की बात कही थी। इसका सबसे अधिक असर इसके एक्सपेरिमेंटल प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट करने वाले एम्प्लॉयीज पर पड़ेगा। इसकी हेल्थ साइंस यूनिट Verily Life Sciences ने जनवरी में 200 से अधिक एम्प्लॉयीज की छंटनी की थी जो इसके वर्कफोर्स का करीब 15 फीसदी था। अब शुक्रवार 3 मार्च को कंपनी की सेल्फ ड्राइविंग टेक यूनिट Waymo ने दूसरी बार मे 137 एम्प्लॉयीज की छंटनी की है। इसे मिलाकर वेमो ने इस साल 209 एम्प्लॉयीज की छंटनी की है।