Nabeela Syed : नबीला सैय्यद ने इलिनॉइस जनरल असेंबली (Illinois General Assembly) की सबसे कम उम्र की सदस्य बनकर इतिहास रच दिया है। भारतीय-अमेरिकी सैय्यद की उम्र महज 23 साल है। उन्होंने अमेरिका में हाल में हुए मिडटर्म इलेक्शन में डेमोक्रेट कैंडिडेट के रूप में रिपब्लिकन पार्टी के क्रिस बोस को शिकस्त दी। इलिनॉइस स्टेट हाउस के रिप्रिजेंटिटिव के चुनाव में Nabeela Syed को 52.3 फीसदी वोट मिले।
नबीला इलिनॉइस के पेलेटाइन में पली बढ़ी हैं और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले से पॉलिटिकल साइंस और बिजनेस में ग्रेजुएशन किया है।
सैय्यद इंटरफेथ डायलॉग की वकालत करती हैं और इस्लामिक सोसाइटी ऑफ नॉर्थवेस्ट सबअर्ब्स (Islamic Society of Northwest Suburbs) में अपने धार्मिक समुदाय के भीतर युवा मुस्लिम महिलाओं को नेतृत्व की भूमिका में आने के लिए सशक्त बनाने का काम करती हैं।
नबीला सैय्यद ने कैसे जाहिर की खुशी
वह फिलहाल एक नॉन प्रॉफिट संगठन के लिए काम कर रही हैं, जहां वह डिजिटल स्ट्रैटजी के जरिये वोटर्स को एकजुट करने, कॉलेज कैम्पसेस में यौन हिंसा पर रोकथाम, जेंडर इक्विटी जैसे मुद्दों पर काम करती हैं।
सोशल मीडिया पर इस जीत पर खुशी जाहिर करते हुए नबीला सैयद ने ट्वीट किया, मेरा नाम नबीला सैयद है। मैं एक 23 वर्षीय मुस्लिम, भारतीय-अमेरिकी महिला हूं। हमने अभी-अभी शहरी निकाय का चुनाव जीता है। उन्होंने आगे लिखा, जनवरी में मैं इलिनॉइस विधानसभा की सबसे कम उम्र की सदस्य बनूंगी। एक ट्वीट के जवाब में, नबीला सैय्यद ने लिखा, आने वाले कल के लिए सभी लोगों के कमेंट का धन्यवाद। हमारे पास एक अविश्वसनीय टीम थी जिसने इसे संभव बनाया है।
इंस्टाग्राम पर की यह पोस्ट
नबीला सैयद ने इंस्टाग्राम पर अपने इस चुनावी सफर के बारे में बताते हुए एक लंबा नोट भी लिखा है। उन्होंने कहा, जब स्टेट रिप्रिजेंटेटिव के लिए मेरे नाम की घोषणा की गई तो मैंने इसे लोगों के साथ बातचीत में शामिल होने के लिए एक मिशन बना दिया। बेहतर लोकतंत्र के लिए एक बेहतर नेतृत्व का चुनाव करने के लिए लोगों का आह्वान किया।
Nabeela Syed ने कहा कि उन्होंने यह चुनाव को जीता, क्योंकि हमने लोगों से बातचीत की, लोगों तक अपनी बात पहुंचाई। इसके साथ ही समर्थन देने के लिए उन्होंने सबको धन्यवाद दिया और कहा, मैंने इस जिले में हर दरवाजे पर दस्तक दी।