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पासपोर्ट जब्त..अमेरिका जाने पर रोक! DeepSeek के कर्मचारियों पर सख्ती, इस बात से डरा 'ड्रैगन'

DeepSeek : डीपसीक को AI की दुनिया में अमेरिका के सबसे बड़े कंपटीटर के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं अब चीन सरकार ने डीपसीक एआई रिसर्चर और कारोबारियों को अमेरिका से दूर रहने कहा है। इसका कारण यह बताया गया कि, AI बिजनेस से जुड़ी कॉन्फिडेंशियल जानकारी लीक हो सकती है

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 17, 2025 पर 5:24 PM
पासपोर्ट जब्त..अमेरिका जाने पर रोक! DeepSeek के कर्मचारियों पर सख्ती, इस बात से डरा 'ड्रैगन'
चीनी सरकार DeepSeek की टेक्नोलॉजी पर कड़ी नजर रख रही है।

DeepSeek  : हाल ही में आए चीन के AI मॉडल डीपसीक ने दुनियाभर में तहला मचा दिया है। जहां अमेरिकी कंपनियों ने अरबों डॉलर खर्च करके AI मॉडल तैयार किया है। वहीं चीनी स्टार्टअप ने सिर्फ कुछ लाख डॉलर और कुछ महीनों के वक्त में DeepSeek का R1 मॉडल को तैयार कर दिया। लेकिन, चीनी स्टार्टअप डीपसीक का बिजनेस जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, चीनी सरकार इसकी AI टेक्नोलॉजी पर कड़ी नज़र रख रही है।

रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने अपने कुछ अहम कर्मचारियों को विदेश जाने से रोक दिया है। इसका मकसद, कॉन्फिडेंशियल जानकारी लीक न होने देना है। यह फैसला तब आया जब कुछ हफ्ते पहले चीन ने अपने AI एक्सपर्ट और रिसर्चर्स के अमेरिका जाने पर रोक लगा दी थी। सरकार को डर है कि बिजनेस से जुड़ी अहम जानकारियां बाहर जा सकती हैं।

डीपसीक के कर्मचारियों के पासपोर्ट जब्त

चीनी स्टार्टअप डीपसीक  ने अपने प्रमुख अधिकारियों के पासपोर्ट जब्त कर लिए हैं ताकि वे दूसरे देशों में यात्रा न कर सकें। द इंफॉर्मेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, डीपसीक अब नए सरकारी नियमों के तहत काम कर रहा है। यह सख्ती तब बढ़ी जब जनवरी में कंपनी ने अपना ओपन “रीज़निंग” मॉडल R1 लॉन्च किया और अचानक चर्चा में आ गई। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अब चीनी सरकार यह तय कर सकती है कि डीपसीक में कौन निवेश कर सकता है। इससे साफ है कि सरकार कंपनी पर अधिक नियंत्रण चाहती है। यहां तक कि चीनी सरकार ने डीपसीक को "नेशनल ट्रेजर" तक कह दिया है।

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