Taliban Ban: महिलाओं के अधिकारों के हनन में तालिबान ने एक और पहल की। अब तालिबान ने तीसरी के बाद महिलाओं की शिक्षा पर बैन लगा दिया है। इससे पहले लड़कियों को छठी तक पढ़ाई की इजाजत थी। तालिबान ने स्कूल और एजुकेशन इंस्टीट्युट्स को खासतौर पर हिदायत दे दी है कि दस साल से ऊपर के होने के बाद लड़कियां प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई ना कर सकें। 683 दिन पहले ही तालिबान ने 11 साल और उससे ऊपर की उम्र की लड़कियों की पढ़ाई पर बैन लगाया था। अभी 223 दिन पहले ही महिलाओं के यूनिवर्सिटीज जाने पर भी रोक लगाई गई थी।
जगह-जगह जाकर हो रही है पूछताछ
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन के अधिकारियों ने स्कूल प्रिंसीपल्स को 10 और उससे ऊपर की उम्र की लड़कियों को प्राइमरी स्कूल में एडमिशन ना देने के लिए कहा है। शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहीं ऑर्गेनाइजेशंस भी इस ऐलान से नाखुश हैं। कुछ जगहों पर तो मिनिस्ट्री ऑफ गुड एंड प्रोहिबिशंस की लोकल अथॉरिटीज ने खुद स्कूलों में जा जाकर प्रिंसीपल से पूछताछ की है। जहां भी लड़कियों के लिए स्कूल चलाए जा रहे हैं वहां से तीसरी से ऊपर की क्लासेस में पढ़ रही लड़कियों को वापिस भेज दिया गया। अफगानिस्तान में क्लास 6 में पढ़ने वाली स्टूडेंट ने बताया कि हमें कहा गया कि जो लड़कियां लंबी हैं और 10 साल से ऊपर की उम्र की हैं उन्हें स्कूल में एंट्री नहीं मिलेगी।
मिनिस्ट्री ऑफ पब्लिक अफेयर्स तालिबान मोहम्मद सादिक अकाफ ने बताया कि हमारी ओर से ऐसा कोई भी फैसला नहीं लिया गया है अगर ऐसा कुछ किया जा रहा है तो वो खुद मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन होगी। अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हुए पूरे दो साल हो गए हैं। आते ही सबसे पहले लड़कियों के छठी क्लास से ऊपर की शिक्षा बंद की गई। इंटरनेशनल मीटिंग्स में हमेशा तालिबान एक नरम रवैया अपनाता है। उनके मुताबिक वो औरतों की वर्क लाइफ और शिक्षा के प्रति संवेदनशील हैं और ये बैन भी टेंपररी ही है।
तालिबान सरकार के जबिहुल्लाह मुजाहिद ने बीते साल के अगस्त में ये कहा था कि कुछ एरियाज में महिलाओं के काम जारी रखने, यूनिवर्सिटीज जाने और स्कूल अटेंड करने में परेशानियां आ रही हैं। हम जल्द ही इसे सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। स्कूलों के अलावा तालिबान ने महिलाओं के ब्यूटी पार्लर्स पर भी बैन लगा दिया है। इसके अलावा महिलाओं के NGO और किसी बड़े अंतर्राष्ट्रीय संगठन में भी काम करने पर मनाही है। महिलाओं के ड्राइविंग लाइसेंस पर भी रोक लगा दी है। महिलाएं टैक्सी में सिर्फ बुर्का पहनकर परिवार के किसी पुरुष के साथ ही यात्रा कर सकती हैं।