अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि अफगान तालिबान बलों ने पड़ोसी पाकिस्तान में "कई प्वाइंट्स" को निशाना बनाया। कुछ दिनों पहले ही पाकिस्तानी विमानों ने अफगानिस्तान के अंदर एयर स्ट्राइक की थी, जिसके जवाब में ये हमले किए गए हैं। रक्षा मंत्रालय के बयान में पाकिस्तान का जिक्र नहीं किया गया है, लेकिन कहा गया है कि हमले "काल्पनिक रेखा से परे" किए गए थे। ये कोई वास्तविक रेखा नहीं, अफगान अधिकारी पाकिस्तान के साथ लगने वाली सीमा को दिर्शाने के लिए इसे काल्पनिक रेखा कहते हैं, जिस पर वे लंबे समय से विवाद चलता आ रहा है।
मंत्रालय ने कहा, "देश की दक्षिणपूर्वी दिशा से जवाबी कार्रवाई में काल्पनिक रेखा से परे कई प्वाइंट्स को निशाना बनाया गया।" अफगानिस्तान ने दशकों से उस सीमा को खारिज कर दिया है, जिसे डूरंड रेखा के नाम से जाना जाता है, जो 19वीं शताब्दी में ब्रिटिश औपनिवेशिक अधिकारियों की ओर से अब अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच पहाड़ी और अक्सर अराजक आदिवासी बेल्ट के बीच से खींची गई थी।
नुकसान का सही आंकड़ा नहीं
हताहतों की संख्या या इलाके में हुए नुकसान का कोई ज्यादा जानकारी नहीं दी गई। पाकिस्तानी सेना की जनसंपर्क शाखा और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने टिप्पणी के अनुरोधों का तुरंत जवाब नहीं दिया।
हालांकि, रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि खोस्त और पख्तिया प्रांतों में अफगान और पाकिस्तानी सीमा बलों के बीच झड़प में 19 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से दागे गए मोर्टार के गोले के कारण पक्तिया के दंड-ए-पाटन जिले में तीन नागरिकों की भी मौत हो गई। दोनों के बीच अभी भी झड़प जारी है।
तालिबान के करीबी सूत्रों ने News18 को बताया कि सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तानी चौकियों पर कई हमले किए गए हैं। अफगान तालिबान अधिकारियों ने दावा किया कि कुर्रम और उत्तरी वजीरिस्तान आदिवासी जिलों में पाकिस्तानी चौकियों पर हुए हमलों में लोग हताहत हुए हैं। हालांकि, अभी तक कोई आधिकारिक संख्या की पुष्टि नहीं हुई है।
अधिकारियों में से एक ने यह भी पुष्टि की कि ये हमले पाकिस्तान के हालिया हवाई हमलों के जवाब में किए गए थे। कुर्रम में स्थानीय लोगों ने भी पुष्टि की कि गोलीबारी शनिवार तड़के शुरू हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने भारी हथियारों का इस्तेमाल किया।