Hong Kong Fire: हांगकांग आग्निकांड की जवाबदेही और सवाल पूछने वालों पर चीन लगा रहा राजद्रोह कानून!
Hong Kong Fire: स्थानीय मीडिया ने बताया कि क्वान को नेशनल सिक्योरिटी पुलिस ने देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। ऑनलाइन याचिका का टेक्स्ट भी डिलीट कर दिया गया। रविवार (30 नवंबर) को AFP की ओर से किए गए कॉल का कोई जवाब नहीं मिला। पुलिस ने गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की, बस इतना कहा कि वे "कानून के अनुसार कार्रवाई करेंगे
Hong Kong Fire: हांगकांग आग्निकांड की जवाबदेही और सवाल पूछने वालों पर चीन लगा रहा राजद्रोह कानून
हांगकांग में अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स में लगी भीषण आग में 140 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद, शहर में दुख के साथ-साथ गुस्सा भी देखने को मिल रहा है। लोग सड़कों पर और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर सरकार से जवाब मांग रहे हैं। लेकिन चीन सरकार ऐसे सवालों को दबाने के लिए “देशद्रोह” जैसे कड़े कानूनों का इस्तेमाल कर रही है। 24 साल के छात्र माइल्स क्वान, जो गिरफ्तार किए गए लोगों में शामिल हैं, लोगों से ट्रेन स्टेशन के बाहर मिल रहे थे। वह उन्हें आग की जिम्मेदारी तय करने की मांग करने के लिए कह रहे थे।
उन्होंने AFP को बताया, "आज का हांगकांग अंदर और बाहर से समस्याओं से भरा है। हम सब दुखी हैं और चाहते हैं कि चीजें बेहतर हों।" क्वान और कुछ दूसरे कार्यकर्ता शुक्रवार को उस जले हुए हाउसिंग एस्टेट के पास फ्लायर्स बांट रहे थे। उनकी मांगें थीं- सरकार से जवाबदेही, भ्रष्टाचार की जांच, प्रभावित लोगों के लिए सही पुनर्वास और निर्माण से जुड़े नियमों की समीक्षा।
उनकी मांगों पर ऑनलाइन एक याचिका भी शुरू हुई, जिसे एक दिन से कम समय में 10,000 से ज्यादा लोगों ने साइन कर दिया।
वांग फुक कोर्ट के पास क्या हुआ?
शनिवार को स्थानीय मीडिया ने बताया कि क्वान को नेशनल सिक्योरिटी पुलिस ने देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। ऑनलाइन याचिका का टेक्स्ट भी डिलीट कर दिया गया।
रविवार (30 नवंबर) को AFP की ओर से किए गए कॉल का कोई जवाब नहीं मिला। पुलिस ने गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की, बस इतना कहा कि वे "कानून के अनुसार कार्रवाई करेंगे"।
हांगकांग कभी राजनीतिक एक्टिविज्म का बड़ा केंद्र हुआ करता था, लेकिन 2020 में चीन की ओर से बनाए गए सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के बाद हालात बदल गए। यह कानून 2019 के बड़े लोकतांत्रिक प्रदर्शनों के बाद लागू किया गया था।
शुक्रवार को जब क्वान से पूछा गया कि क्या उन्हें गिरफ्तारी का डर है, तो उन्होंने कहा कि उनकी मांगें “बहुत साधारण” हैं। उन्होंने कहा, "अगर ऐसी बुनियादी बातें भी देशद्रोह कहलाने लगीं, तो फिर कुछ भी समझ पाना मुश्किल है। मैं वही करूंगा, जो मुझे सही लगे।"
क्वान की गिरफ्तारी उसी दिन हुई जब बीजिंग ने कहा कि “एंटी-चाइना ताकतें” इस हादसे का इस्तेमाल सरकार के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए कर रही हैं।
चीन ने सुरक्षा कानून के नाम पर कार्रवाई तेज की
हांगकांग के नेशनल सिक्योरिटी ऑफिस ने कहा कि आग की घटना को बहाना बनाकर कोई भी अगर अशांति फैलाने की कोशिश करेगा, तो उस पर कार्रवाई होगी।
अब तक आग से जुड़े मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
यह आग दुनिया की सबसे घातक रिहायशी इमारतों में लगी आगों में से एक थी—1980 के बाद सबसे भयानक। यह 1948 के बाद हांगकांग की सबसे बड़ी आग की घटना थी।
अब कई लोग मांग कर रहे हैं कि जांच हो कि यह “सिर्फ हादसा” था या किसी इंसानी गलती या भ्रष्टाचार का नतीजा।
पहले हांगकांग में बड़े मामलों की जांच के लिए जजों की अध्यक्षता में पब्लिक कमिशन ऑफ इंक्वायरी (COI) बनाई जाती थी, यह परंपरा ब्रिटिश शासन से चली आ रही थी।
हांगकांग 1 जुलाई 1997 को ब्रिटेन से चीन को सौंपा गया था।
लेकिन इस बार सरकार ने अभी तक कोई बड़ा जांच आयोग नहीं बनाया है, सिर्फ एक इंटर-डिपार्टमेंटल टास्क फोर्स का ऐलान किया गया है।
शोक के बीच बीजिंग का सख्त रुख
शुक्रवार को ट्रेन स्टेशन पर कई लोगों ने क्वान के फ्लायर्स लिए, लेकिन बहुत कम लोग रुककर उनसे बात कर पाए।
आग की जगह के पास लोग लंबी कतार में खड़े होकर फूल रख रहे थे और हाथ से लिखे नोट छोड़ रहे थे। एक नोट में लिखा था, “यह केवल हादसा नहीं है, यह एक गलत और असमान व्यवस्था का नतीजा है। यह सही नहीं है।”
यह आग ताई पो में उस समय लगी थी, जब सरकार अगले हफ्ते होने वाले विधायी चुनावों की तैयारी कर रही थी।
पिछले चुनावों (2021) में बेहद कम मतदान हुआ था- लोगों के बड़े वर्ग ने चुनाव का बहिष्कार किया था, क्योंकि यह चुनाव “देशभक्तों के लिए ही” मॉडल के तहत करवाए गए थे।
इस बार के चुनाव 7 दिसंबर को समय पर ही होंगे। प्रचार अभियान गुरुवार से फिर शुरू होगा, जैसा कि ब्लूमबर्ग ने बताया।