यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का अमेरिका दौरा काफी विवादास्पद रहा है। ओवल ऑफिस (अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यालय) में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उप राष्ट्रपति जेडी वेंस और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीद जुबानी जंग की दुनिया भर में चर्चा हो रही है। इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के तेवर अब ठंडे पड़ते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उन्हें "वास्तविक समस्याओं को हल करने के लिए" फिर से आमंत्रित करते हैं तो वह डोनाल्ड ट्रंप से मिलने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उनका देश खनिज समझौते को स्वीकार करने के लिए तैयार है। इसे पिछले हफ्ते रोक दिया गया था।
रविवार को यूरोपीय नेताओं के साथ शिखर सम्मेलन के बाद जेलेंस्की ने लंदन हवाई एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा, “जहां तक संबंधों को बचाने की बात है, मुझे लगता है कि हमारे संबंध जारी रहेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेलेंस्की ने अमेरिका से कुछ गारंटी मांगी हैं। इसके साथ ही कहा है कि अगर अमेरिका वो गारंटी पूरी कर देता है तो जेलेंस्की अपना राष्ट्रपति पद भी छोड़ने के लिए तैयार हैं। वो मिनिरल डील भी करने के लिए तैयार हैं।
जेलेंस्की को है इस बात का भरोसा
हालांकि, जेलेंस्की को विश्वास है कि अमेरिका अपनी सहायता जारी रखेगा, क्योंकि समर्थन वापस लेना रूस को जीतने में सहायता करने के समान होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका सिविल वर्ल्ड का लीडर और वो पुतिन की मदद नहीं करेंगे। जेलेंस्की ने ये भी भरोसा है कि अमेरिका में जो कुछ भी हुआ, वो सब खत्म हो जाएगा। आगे जो कुछ भी होगा, वो अहम होगा। ज़ेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका के साथ प्राकृतिक संसाधनों की डील के लिए तैयार हैं। इस पर मंत्री हस्ताक्षर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी हुआ है, उसके बावजूद यूक्रेन इस प्रस्ताव से पीछे नहीं हटेगा। इस डील को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।
जेलेंस्की ने अमेरिका से क्या गारंटी मांगी?
जेलेंस्की ने कहा कि वह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ रिश्ते सुधार सकते हैं। लेकिन बातचीत को बंद कमरों में जारी रखा जाना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि अगर यूक्रेन को नाटो की सदस्यता मिलती है और सुरक्षा की गारंटी मिलती है तो वह पद को छोड़ने के लिए तैयार हैं। हालांकि जेलेंस्की इस बात पर अभी भी अड़े हुए हैं कि यूक्रेन और रूस के साथ शांति समझौते के दौरान वह अपना इलाका बिल्कुल भी नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने ये बात साफ भी कर दी।
ट्रंप और जेलेंस्की के बीच हुई थी तीखी बहस
बता दें कि व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में शुक्रवार को मीटिंग के दौरान ट्रंप और जेलेंस्की में तीखी बहस हुई थी। दरअसल ट्रंप ने आरोप लगाया था कि जेलेंस्की शांति नहीं चाहते हैं और अगर वो समझौता नहीं करेंगे तो अमेरिका इस जंग से बाहर हो जाएगा। वहीं ज़ेलेंस्की ने कहा कि हम गारंटी के साथ युद्ध विराम चाहते हैं।