दिवाली बोनस के बाद अब 2026 में भारत के नौकरी बाजार में औसतन 9% वेतन वृद्धि होने की उम्मीद है, जो 2025 की 8.9% वृद्धि से थोड़ी अधिक है। एओन पीएलसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह वेतन वृद्धि मजबूत घरेलू मांग, बुनियादी ढांचे में निवेश और सरकार की नीतिगत समर्थन के कारण संभव हो रही है। खासकर रियल एस्टेट और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFCs) सेक्टर में 10.9% और 10% के करीब वेतन वृद्धि के अनुमान हैं, जिससे ये सेक्टर्स कर्मचारियों के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी रहेंगे।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 2025 में नौकरी छोड़ने वाले कर्मचारियों की दर 17.1% पर आ गई है, जो पिछले वर्षों के मुकाबले कम है। इस कमी को कर्मचारियों की बेहतर सैलरी व सुविधाओं के साथ काम करने की संतुष्टि के रूप में देखा जा रहा है। रूपांक चौधरी, एओन के पार्टनर, ने कहा कि कंपनियां आज अपनी टैलेंट को बनाए रखने के लिए वेतन वृद्धि के साथ-साथ स्थिरता और विकास पर भी फोकस कर रही हैं। ऑटोमोटिव, इंजीनियरिंग डिजाइन, लाइफ साइंस, रिटेल, और टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म जैसे अन्य सेक्टर भी 9% तक वेतन वृद्धि की संभावना रखते हैं, जबकि टेक्नोलॉजी कंसल्टिंग एंड सर्विसेज में यह आंकड़ा कुछ कम रहने की उम्मीद है।
इस वेतन वृद्धि से भारत में कर्मचारियों को बेहतर वित्तीय स्थिरता मिलेगी और आर्थिक बढ़ोतरी के संकेत मजबूत होंगे। देश की कंपनियां वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भी अपने कर्मचारियों को बेहतर वेतन देकर टैलेंट को आकर्षित और बनाए रखने की रणनीति पर काम कर रही हैं।