देश में चेक बाउंस से जुड़े मामले बड़ी संख्या में पेंडिंग हैं। कई बार चेक बाउंस के मामले में देरी के चलते निर्दोष व्यक्ति को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उसके पैसे अटके रहते हैं। कानून का सहारा लेने के बाद भी कई बार सही व्यक्ति को अपने पैसे मिलने में बहुत विलंब होता है या फिर वह तारीख- पे - तारीख के जाल में फंसा रहता है। लेकिन अब अगर आपका चेक बाउंस हुआ तो ना सिर्फ आपके ऊपर कानूनी कार्रवाई होगी बल्कि रकम की वसूली आपके दूसरे खातों से हो सकती है। सीएनबीसी-आवाज़ को सूत्रों से मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक सरकार और RBI ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। यानी कि अब चेक बाउंस कराने वाले को ये महंगा पड़नेवाला है।
इस खबर पर और डिटेल बताते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के आलोक प्रियदर्शी ने सूत्रों के हवाले से कहा कि चेक बाउंस मामलों पर सख्ती बढ़ सकती है। इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India(RBI) और सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। चेक बाउंस मामलों में लोन डिफॉल्ट के नियम भी लागू रहेंगे।
आलोक प्रियदर्शी ने कहा कि चेक बाउंस के मामलों पर लगाम लगाने के लिए आरबीआई और सरकार ने नये सिरे से वसूली करने की योजना बनाई है। चेक बाउंस मामलों में सख्त कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। चेक बाउंस होने पर चेक बाउंस करने वाले व्यक्ति के दूसरे खातों से उस रकम की वसूली की जा सकती है।
सूत्रों के मुताबिक चेक बाउंस होने पर उस कंपनी, या व्यक्तिविशेष (इंडिविजुअल) का क्रेडिट स्कोर भी खराब होगा। चेक बाउंस करने वालों पर दूसरे बैंकों में खाता खोलने पर भी पाबंदी लगाई जा सकती है। सूत्रों ने बताया कि इस नियम को लागू करने के लिए वित्त मंत्रालय के साथ बैंक, RBI की पिछले हफ्ते बैठक भी हो गई है।
आलोक प्रियदर्शी ने आगे कहा कि इस मीटिंग में निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट में बदलाव पर चर्चा हुई। जबकि इसके साथ ही SoP बनाने पर बातचीत हुई है। सूत्रों के हवाले से आलोक ने कहा कि चेक बाउंस मामलों पर 2 साल जेल का प्रावधान हट सकता है।