घर खरीदने के लिए कौनसे डॉक्यूमेंट हैं जरूरी, इनके बिना हो सकते हैं परेशान

सोचिए आपने लाखों-करोड़ों रुपये लगाकर अपने सपनों का फ्लैट खरीद लिया। परिवार खुश है, आप नया घर देखकर फूले नहीं समा रहे। लेकिन कुछ महीनों बाद आपको एक लीगल नोटिस मिलता है

अपडेटेड Oct 27, 2025 पर 4:47 PM
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सोचिए आपने लाखों-करोड़ों रुपये लगाकर अपने सपनों का फ्लैट खरीद लिया। क्या पेपर पूरे हैं?

सोचिए आपने लाखों-करोड़ों रुपये लगाकर अपने सपनों का फ्लैट खरीद लिया। परिवार खुश है, आप नया घर देखकर फूले नहीं समा रहे। लेकिन कुछ महीनों बाद आपको एक लीगल नोटिस मिलता है। कारण सिर्फ इतना की आपके पास पूरे डॉक्यूमेंट नहीं है। इसके बारे में आपको पता ही नहीं था कि वह घर खरीदते समय जरूरी है। ऐसा कई बार लोगों के साथ होता है। वे मान लेते हैं कि सारे पेपरवर्क की जरूरत नहीं होती, जबकि रियलिटी में एक छोटी सी चूक उन्हें बड़ी कानूनी मुश्किलों में डाल सकती है।

घर खरीदना जितना बड़ा फैसला है, उतना ही जरूरी सही डॉक्युमेंटेशन है। एक छोटी चूक आपको करोड़ों की मुश्किल में डाल सकती है। इसलिए सपनों का घर खरीदने से पहले, सारे कागज पूरे होने चाहिए। वरना सपनो का घर एक कानूनी सिरदर्द बन सकता है।

मान लीजिए आपने अपने दोस्त के साथ मिलकर कोई फ्लैट खरीदा, लेकिन पूरी रकम आपने ही दी। नाम दोनों का है, यानी जॉइंट ओनरशिप में प्रॉपर्टी है। चार साल बाद आप वह फ्लैट बेच देते हैं और सारा पैसा अपने अकाउंट में रख लेते हैं। आपको लगता है कि टैक्स सिर्फ आपको देना है, लेकिन चूंकि दोनों के नाम डीड में हैं। इनकम टैक्स विभाग के रिकॉर्ड में दोनों को मालिक माना जाएगा। अगर आपका दोस्त टैक्स नहीं भरता, तो उसके नाम पर भी नोटिस आ सकता है। भले ही उसने एक रुपया भी निवेश न किया हो। कई बार ऐसा भी होता है कि एक को-ओनर टैक्स भर देता है, लेकिन दूसरे को नोटिस मिल जाता है। अगर नगर निगम का टैक्स या पानी-बिजली का बिल बाकी रह गया, तो दोनों मालिकों से वसूली की जा सकती है।


घर खरीदते समय ये डॉक्यूमेंट्स रखें अपने पास

असली टाइटल डीड और पिछली डीड्स

बिल्डिंग प्लान अप्रूवल और ऑक्युपेशन सर्टिफिकेट

प्रॉपर्टी टैक्स, बिजली-पानी के बकाया न हो

एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट (कहीं गिरवी तो नहीं)

सोसाइटी NOC और नॉन-एग्रीकल्चरल ऑर्डर

अगर डॉक्युमेंट्स नजरअंदाज किए तो क्या होगा?

किसी भी केस में आपकी प्रॉपर्टी फंस सकती है।

अवैध निर्माण पर नगर निगम सील या तोड़फोड़ कर सकता है।

बैंक किसी पुराने लोन पर कब्जा कर सकता है।

पानी-बिजली काटी जा सकती है।

और आपकी प्रॉपर्टी की वैधता ही खत्म हो सकती है।

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