Chanakya Niti: कौटिल्य के नाम से पहचाने जाने वाले चाणक्य राजनीतिक रणनीति, शासन और मैनेजमेंट के एरिया में एक मशहूर व्यक्ति हैं। उनके सही मार्गदर्शन ने चंद्रगुप्त मौर्य के नंद वंश को सफलतापूर्वक उखाड़ फेंकने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके बाद चंद्रगुप्त ने मौर्य राजवंश की स्थापना की, जो प्राचीन भारत में प्रमुखता से उभरा और अशोक जैसे सम्राटों को इसके टॉप पर देखा। उनके विचार और सिद्धांत जिन्हें अक्सर चाणक्य नीति कहा जाता है, जीवन में सफलता पाने के लिए जरूरी ज्ञान देते हैं। ये सिद्धांत आज भी मैनेजमेंट की दुनिया में अहम माने जाते हैं। चाणक्य नीति में ऐसे पाठ शामिल हैं जो किसी के जीवन में फाइनेंशियल सफलता लेने के लिए काफी फायदेमंद हो सकते हैं।
कहा जाता है कि कारोबारी घाटा या पारिवारिक समस्याओं को दूसरों के साथ शेयर करने से बचना चाहिए। तर्क यह है कि शेयर करने से अस्थायी राहत मिल सकती है, लेकिन यह लंबे समय में जोखिम पैदा कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि परिस्थितियां बदलती हैं, और आज का मित्र कल आपकी कठिनाइयों का लाभ उठाते हुए विरोधी बन सकता है।
चाणक्य चेतावनी देते हैं कि दूसरों के प्रभाव के आगे झुकना सेल्फ डिस्ट्रक्टिव हो सकता है। यानी इससे आप स्वयं को ही नुकसान पहुंचाते हैं। वह इस बात पर जोर देते हैं कि जिन लोगों का अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण नहीं होता, वे अक्सर धोखे का शिकार हो जाते हैं। यह इस विचार की तरफ इशारा करता है कि बाहरी राय के आगे झुकने और अपने ऊपर कंट्रोल खोने के नतीजे खराब हो सकते हैं।
चालाक लोगों से निपटना सीखें
जो लोग आसानी से धोखाधड़ी का शिकार बन जाते हैं, उनकी जेब अक्सर खाली रहती है। अगर वे पैसा कमाते भी हैं तो उसे कई कारणों से गंवा देते हैं। घोटालों और धोखे के प्रति अंजान रहना, कई बार मुश्किल में डाल देती है।
महाकाव्य रामायण में विभीषण ने रावण की हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पूरे महाकाव्य में जब भी भगवान राम उसे हराते थे, रावण पुनर्जीवित हो जाता था। लेकिन बाद में विभीषण ने रावण की नाभि में छिपे अमरत्व के रहस्य का खुलासा किया। इस रहस्य का पता चलने पर विभीषण ने भगवान राम को अपने तीरों से रावण की नाभि को निशाना बनाने की सलाह दी। यह कहानी अपने रिश्तेदारों के साथ सीक्रेट शेयर करने की चेतावनी भी देता है।
पैसे उधार देते समय सावधान रहें
चाणक्य सुझाव देते हैं कि अंजान व्यक्तियों को उधार न दें और केवल उतनी ही पैसा उधार दें जितना आप खो सकते हैं। उनकी सलाह लोन देने में संभावित जोखिमों और अपनी वित्तीय सुरक्षा की आवश्यकता को ध्यान रखने के लिए कहता है।