Air Conditioners: इन दिनों देश के कई राज्यों में झमाझम बारिश शुरू हो गई है। इसके बाद उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। यह चिपचिपी गर्मी होती है। जैसे-जैसे उमस शुरू होती है। वैसे-वैसे AC पर दबाव ज्यादा पड़ने लगता है। कमरे में ठंडक भी बहुत कम होती है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर बारिश के बाद AC को किस मोड पर चलाना बेहतर रहता है। जिससे उमस भरी गर्मी से छुटकारा पा सकें। उमस भरी गर्मियों में वातावरण में नमी की मात्रा ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में एयर कंडीशनर के तापमान सेट करके चलाए तो अच्छी कूलिंग मिल सकती है।
वैसे भी अब नए इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के साथ AC को ऑपरेट करने के लिए कई मोड भी मिलते हैं। ये सभी सीजन को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं। इन सेटिंग्स को समझना काफी आसान है। उमस के लिए भी एसी में खास मोड दिया गया है। आज हम आपको एक ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं जिनकी बदौलत आप फौरन उमस भरी गर्मी को चुनौती दे सकते हैं।
एयर कंडीशनर में उमस के मौसम को ध्यान में रखते हुए ड्राई मोड दिया जाता है। इसका मतलब हुआ सूखा, ग्राउंड फ्लोर। लेकिन इस बात का सेंस क्या निकलता है इस बारे में शायद आपको जानकारी नहीं होगी। दरअसल ड्राई मोड कमरे को सूखा रखने का ही काम करता है। जब नमी ज्यादा होती है तब इस मोड को सेलेक्ट करने के बाद कंप्रेसर अपने आप ही थोड़ी थोड़ी देर पर ऑन ऑफ होता रहता है। जिससे कमरे में मौजूद नमी पूरी तरह से सोख ली जाती है। आपको बेहतरीन कूलिंग मिलती है। अगर आपको अभी तक इस तरीके के बारे में जानकारी नहीं थी तो अब आप इसे आज आजमा सकते हैं। इसके साथ ही अपने कमरे लद्दाख की तरह ठंडा कर सकते हैं।
AC में होते हैं ये कूलिंग मोड
देखा जाए तो Air Conditioner में कई कूलिंग मोड हो सकते हैं। लेकिन भारत में मुख्य रूप से कूल मोड (Cool mode), ड्राई मोड (Dry Mode), फैन मोड (Fan Mode), स्लीप मोड (Sleep Mode), टर्बो मोड (Turbo Mode), इनेर्जी सेवर मोड (Energy Saver Mode), हीट मोड (Heat Mode), ऑटोमेटिक मोड (Automatic Mode), क्वाइट मोड (Quiet Mode) और सेल्फ-क्लीन मोड (Self Clean Mode) जैसे 10 मोड का इस्तेमाल किया जाता है।