Business Idea: अगर आप खेती के जरिए बंपर कमाई करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक ऐसी नकदी फसल के बारे मे बताएंगे, जिसके खराब होने के बेहद कम चांस है। यह ऐसी फसल है, जिसे कच्चा या पका दोनों तरीके से बेच सकते हैं। आज हम आपको पपीता की खेती (Papaya Farming) के बारे में बता रहे हैं। उत्तर भारत में पपीता मार्च-अप्रैल महीने में लगने लगते हैं। पपीता को करका पपाया भी कहा जाता है। इसमें अत्यधिक मात्रा में पोषक तत्व पाए जाने के चलते इसके बिजनेस में बंपर मुनाफा कमाया जा सकता है।
पूरी दुनिया में करीब 60 लाख टन पपीता का उत्पादन होता है। जिसमें से करीब 30 लाख टन पपीता का उत्पादन भारत में होता है। पपीता उत्पादन के मामले भारत पूरी दुनिया में सबसे आगे है। इसके अलावा ब्राजील, मैक्सिको, नाइजीरिया, इंडोनेशिया, चीन, पेरू, थाइलैंड और फिलीपींस में भी पपीता का उत्पादन होता है। घरेलू उत्पादन का सिर्फ 0.8 फीसदी हिस्सा एक्सपोर्ट किया जाता है। जबकि बाकी खपत देश के भीतर की जाती है।
आम के बाद पपीता में विटामिन A सबसे ज्यादा पाया जाता है। यह कोलेस्ट्रोल, शुगर और वजन घटाने में मदद करता है। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और महिलाओं को पीरियड्स के दौरान भी दर्द कम करता है। पपीते में पाया जाने वाला एंजाइम पपेन में सबसे ज्यादा औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसकी मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इस फल को खाने के अलावा च्विंगम, कॉस्मेटिक्स, फार्मा इंडस्ट्री आदि के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। देश में पपीता के लिए दिल्ली और मुंबई सबसे बड़े मार्केट हैं। इसके अलावा जयपुर, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद हैं. गुवाहाटी, अहमदाबाद, लखनऊ, पटना, रायपुर, बड़ौत और जम्मू के बाजारों में आवक अच्छी खासी है।
अगर आप भी पपीते की खेती करना चाहते हैं तो फिर जुलाई से लेकर सितंबर महीने और फरवरी-मार्च महीने के बीच इसके बीज को बोने का काम कर सकते हैं। इसे 1.8X1.8 मीटर की दूरी पर पौधे लगाने के तरीके से खेती करने पर प्रति हेक्टेयर करीब 1 लाख रुपये लागत आती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि पपीते के पौधों के लिए खाद का काफी ध्यान देना चाहिए। मई-जून के मौसम में हर हफ्ते पेड़ों की सिंचाई करनी चाहिए। ताकि उत्पादन बेहतर रहे।
पपीते की खेती के लिए बिहार सरकार 75 फीसदी तक सब्सिडी मुहैया कराती है। अन्य राज्य सरकारों की भी अलग-अलग सब्सिडी है। पपीते की खेती के जरिए लाखों रुपये की आसानी से कमाई की जा सकती है। अगर पपीते के पेड़ की अच्छी तरह से देखभाल की जाए और समय-समय पर गुड़ाई करते रहें तो हर पेड़ से 50 किलो तक फल आसानी से मिल जाएंगे। मार्केट में इन फलों की बिक्री से लाखों रुपये की कमाई आसानी से हो जाती है।