बैंक FD से 1-3% ज्यादा ब्याज देने का वादा कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट्स को आकर्षक बनाता है, लेकिन क्या ये आम निवेशक के लिए सही विकल्प हैं? NBFC और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां ऐसे डिपॉजिट्स के जरिए सीधे फंड जुटाती हैं, जो उच्च रिटर्न का लालच दिखाते हैं। हालांकि, इनमें क्रेडिट रिस्क और इंश्योरेंस की कमी जैसे खतरे छिपे हैं, जिससे सतर्क निवेश जरूरी हो जाता है।
कॉर्पोरेट FD के प्रमुख फायदे
- उच्च ब्याज दरें: बैंक FD से अधिक रिटर्न, खासकर लंबी अवधि के लिए, जो संपत्ति निर्माण में मदद करता है।
- लोन सुविधा: डिपॉजिट के खिलाफ लोन मिल सकता है, बिना FD तोड़े।
ये लाभ कम जोखिम वाले निवेशकों को बाजार से बेहतर विकल्प देते हैं, जहां चक्रवृद्धि ब्याज संपत्ति बढ़ाता है।
कॉर्पोरेट FD में DICGC इंश्योरेंस नहीं है, जो बैंक FD को 5 लाख तक सुरक्षित बनाता है। कंपनी दिवालिया होने पर मूलधन डूब सकता है। लिक्विडिटी कम होती है, प्रीमैच्योर विदड्रॉल पर पेनल्टी लगती है। महंगाई और ब्याज दरों के उतार-चढ़ाव से वास्तविक रिटर्न प्रभावित होता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि क्रिसिल, ICRA जैसी एजेंसियों से AAA रेटिंग वाली कंपनियों का ही चयन करें।
निवेश से पहले क्या जांचें?
कंपनी की वित्तीय सेहत, ट्रैक रिकॉर्ड और रेटिंग जरूर देखें। पोर्टफोलियो में विविधता लाएं, कुल निवेश का छोटा हिस्सा ही लगाएं। लंबी अवधि के लिए उपयुक्त, लेकिन बाजार उतार-चढ़ाव से बचने वालों के लिए बेहतर।
कॉर्पोरेट FD ज्यादा कमाई का मौका देते हैं, लेकिन स्मार्ट चॉइस से ही फायदा। जोखिम समझकर निवेश करें, ताकि उच्च ब्याज बोझ न बने। सही प्लानिंग से ये बैंक FD का मजबूत विकल्प साबित हो सकते हैं।