क्या आप क्रेडिट कार्ड बिल का मिनिमम अमाउंट चुकाते हैं? जानिए आपको क्यों बड़ा नुकसान हो सकता है

बैंक क्रेडिट कार्ड का पूरा बिल चुकाने की जगह मिनिमम बिल चुकाने की सुविधा देते हैं। मिनिमम बिल चुका देने पर बैंक ग्राहक पर लेट फीस नहीं लगाते हैं। लेकिन, चुकाया नहीं गया अमाउंट आपके अगले बिल साइकिल में ट्रांसफर हो जाता है

अपडेटेड Dec 09, 2024 पर 3:10 PM
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फाइनेंशियल एडवाइजर्स का कहना है कि क्रेडिट कार्ड एक सुविधा है, जिसका इस्तेमाल सोचसमझ कर किया जाना चाहिए।

क्रेडिट कार्ड आपकी जिंदगी को आसान बनाते हैं। लेकिन, ठीक से इस्तेमाल नहीं करने पर बड़े नुकसान का खतरा रहता है। कई लोग क्रेडिट कार्ड का पूरा बिल चुकाने की जगह मिनिमम अमाउंट चुकाना पसंद करते हैं। उन्हें इसके खराब असर के बारे में ठीक से पता नहीं होता। अगर आप भी मिनिमम अमाउंट ड्यू चुकाते हैं तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

मिनिमम बिल पेमेंट का क्या मतलब है?

बैंक क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का पूरा बिल चुकाने की जगह मिनिमम बिल चुकाने की सुविधा देते हैं। मिनिमम बिल (Minimum Bill Payment) चुका देने पर बैंक ग्राहक पर लेट फीस नहीं लगाते हैं। लेकिन, चुकाया नहीं गया अमाउंट आपके अगले बिल साइकिल में ट्रांसफर हो जाता है। इस पर बैंक इंटरेस्ट वसूलते हैं। बैंक ग्राहक के कुल बिल का 2 से 5 फीसदी अमाउंट चुका देने पर बाकी अमाउंट को अगली बिल साइकिल में ट्रांसफर कर देते हैं। उदाहरण के लिए अगर कुल बिल 50,000 रुपये है तो ग्राहक इसका 3 फीसदी यानी 1,500 रुपये चुका सकता है।


बैलैंस अमाउंट पर कितना लगता है इंटरेस्ट?

बैंक क्रेडिट कार्ड के बकाया अमाउंट पर 30-40 फीसदी इंटरेस्ट वसूलते हैं। क्रेडिट कार्ड का मिनिमम अमाउंट चुकाने पर बाकी पैसे पर इंटरेस्ट वसूलते हैं। इस पैसे को जल्द नहीं चुकाने पर मूलधन में इंटरेस्ट जुड़ता जाता है। इससे ग्राहक के कर्ज के जाल में फंसने की संभावना बढ़ जाती है। दूसरा, जैसे-जैसे आउटस्टैंडिंग बैलेंस यानी बकाया अमाउंट बढ़ता है आपके कार्ड पर उपलब्ध क्रेडिट घटता जाता है। साथ ही क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो भी बढ़ता है। इसका सीधा असर ग्राहक के क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है।

आपके लिए क्यों है रिस्की?

एक्सपर्ट्स का कहना है कि क्रेडिट कार्ड पर मिनिमम बिल चुकाना आपके फाइनेंशियल हेल्थ के लिए भी खतरनाक हो सकता है। मूलधन पर इंटरेस्ट जुड़ते जाने से ग्राहक पर लायबिलिटी लगातार बढ़ती जाती है। एक समय ऐसा आता है जब उसके लिए इस लायबिलिटी को चुकाना मुमकिन नहीं रह जाता है। ऐसे व्यक्ति कर्ज के जाल में फंस जाता है। कई लोग इस कर्ज को चुकाने के लिए दूसरा कर्ज लेते हैं। इससे उनके कर्ज के जाल में फंसने की संभावना और बढ़ जाती है।

क्रेडिट कार्ड इनकम नहीं बढ़ाता है

फाइनेंशियल एडवाइजर्स का कहना है कि क्रेडिट कार्ड एक सुविधा है, जिसका इस्तेमाल सोचसमझ कर किया जाना चाहिए। आपको कभी यह नहीं भूलना चाहिए कि इकनम से ज्यादा खर्च करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। अगर किसी वजह से आप क्रेडिट कार्ड के किसी महीने का पूरा बिल आप नहीं चुका पा रहे हैं तो आपको अगले महीने उसे पूरी तरह से चुका देने पर फोकस करना होगा। इससे आप कर्ज के जाल में नहीं फसेंगे।

MoneyControl News

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First Published: Dec 09, 2024 3:07 PM

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