अचानक पैसों की जरूरत पड़ना किसी भी परिवार के लिए तनाव भरा पल हो सकता है। चाहे बच्चों की फीस जमा करनी हो, मेडिकल इमरजेंसी आ गई हो या घर में बड़ा खर्च सामने खड़ा हो ऐसे हालात में लोग अकसर अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) तोड़ने का फैसला कर लेते हैं। लेकिन FD तोड़ने से न सिर्फ ब्याज का नुकसान होता है, बल्कि कई बार बैंक ब्रेकिंग चार्ज भी वसूलते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कोई ऐसा विकल्प है जिससे FD सुरक्षित रहे और कैश भी तुरंत मिल जाए? इसका जवाब है FD ओवरड्राफ्ट सुविधा।
ओवरड्राफ्ट एक ऐसी बैंकिंग सुविधा है जिसमें आपकी FD को गिरवी रखकर बैंक आपको तुरंत कैश उपलब्ध कराता है। यानी आपकी FD टूटती नहीं, ब्याज मिलता रहता है और जरूरत पड़ने पर आप उतनी राशि तक पैसे निकाल सकते हैं जितनी बैंक ने लिमिट तय की है। यह लिमिट आमतौर पर आपकी FD के मूल्य का 70-90% तक होती है।
- तुरंत कैश: मेडिकल या अन्य इमरजेंसी में बिना FD तोड़े पैसे मिल जाते हैं।
- ब्याज का नुकसान नहीं: FD पर ब्याज मिलता रहता है, जिससे आपकी सेविंग्स सुरक्षित रहती हैं।
- लचीला भुगतान: ओवरड्राफ्ट राशि आप अपनी सुविधा अनुसार चुका सकते हैं।
- कम ब्याज दर: पर्सनल लोन की तुलना में FD ओवरड्राफ्ट पर ब्याज दर कम होती है।
मान लीजिए… राहुल की 5 लाख रुपये की FD है। अचानक घर में मेडिकल इमरजेंसी आती है और उसे 3 लाख रुपये की जरूरत पड़ती है। अगर वह FD तोड़ता है तो ब्याज का नुकसान होगा। लेकिन ओवरड्राफ्ट सुविधा से वह अपनी FD पर 3 लाख रुपये तुरंत निकाल सकता है और बाद में धीरे-धीरे चुका सकता है। इस तरह उसकी FD भी सुरक्षित रहती है और कैश की जरूरत भी पूरी हो जाती है।
क्यों है यह स्मार्ट विकल्प?
आज के समय में जब खर्चे अचानक बढ़ जाते हैं, FD ओवरड्राफ्ट एक ऐसा समाधान है जो सेविंग्स को सुरक्षित रखते हुए फाइनेंशियल इमरजेंसी से निपटने में मदद करता है। यह सुविधा लगभग सभी बड़े बैंक देते हैं और प्रक्रिया भी बेहद आसान है।
अगर आपको कभी अचानक पैसों की जरूरत पड़े तो FD तोड़ने से पहले ओवरड्राफ्ट विकल्प पर जरूर विचार करें। यह न सिर्फ आपकी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखेगा बल्कि आपको मानसिक सुकून भी देगा कि आपकी सेविंग्स बरकरार हैं और जरूरत का कैश भी हाथ में है।