पर्सनल लोन लेते समय क्यों जरूरी होता है हाई क्रेडिट स्कोर? यहां बताए गए हैं इसके फायदे
17 May, 2025 | 11:00 IST
एक अच्छा क्रेडिट स्कोर न केवल अच्छी फाइनेंशियल स्थिति की तरफ इशारा करता है, बल्कि ये आपकी लोन एप्लीकेशन के अप्रूव होने की संभावनाओं को भी बढ़ाता है. इसके अलावा भी हाई क्रेडिट स्कोर के कई फायदे हैं.
भारत में चार क्रेडिट ब्यूरो या क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां (CRAs) क्रेडिट स्कोर जारी करती हैं. इनमें TransUnion CIBIL, Equifax, Experian और CRIF High Mark शामिल हैं. TransUnion CIBIL भारत की एक प्रमुख क्रेडिट जानकारी रखने वाली कंपनी है.
आमतौर पर, एक अच्छा CIBIL स्कोर या क्रेडिट स्कोर 750 से 900 के बीच होता है. क्रेडिट रेटिंग एजेंसी की वेबसाइट या ऐप का इस्तेमाल करके आप ऑनलाइन क्रेडिट स्कोर चेक कर सकते हैं. इस बीच मनीकंट्रोल भी अपनी ऐप और वेबसाइट के जरिए क्रेडिट स्कोर चेक करने की सुविधा प्रदान करता है. यहां आप अपनी क्रेडिट प्रोफाइल के आधार पर 50 लाख रुपए तक का पर्सनल लोन ले सकते हैं.
जिन लोन लेने वाले यूजर्स का क्रेडिट स्कोर ज्यादा होता है, उन्हें कम ब्याज पर लोन मिलता है. एक हाई क्रेडिट स्कोर बहुत ही अच्छा माना जाता है और यह आपके लोन को समय पर चुकाने की क्षमता की तरफ इशारा करता है.
आसान रिपेमेंट फ्लेक्सिबिलिटी
हाई CIBIL स्कोर वाले लोगों को फ्लेक्सिबल रीपेमेंट टेन्योर का ऑप्शन मिलता है. आपके फाइनेंस प्लान के मुताबिक समय चुनने की सुविधा आपको लोन समय पर चुकाने में मदद कर सकती है.
अप्रूवल की संभावना का बढ़ना
जिनका CIBIL स्कोर 750 या उससे ज्यादा होता है, उनके लोन मंजूर होने की संभावना ज्यादा होती है. हाई क्रेडिट स्कोर आपको सबसे अच्छी शर्तों पर लोन दिलाने में भी मदद कर सकता है और एप्लीकेशन प्रोसेस को आसान बना सकता है, जिसमें कम कागजी कार्रवाई होती है.
प्री-अप्रूव्ड लोन और क्रेडिट कार्ड की एलीजिबिलिटी
हाई क्रेडिट स्कोर होने से आपको प्री-अप्रूव्ड लोन और क्रेडिट कार्ड मिलना आसान हो जाता है. इसके अलावा प्री-अप्रूव्ड लोन ऑफर के साथ आपको बहुत ज्यादा डॉक्यूमेंट की जरूरत नहीं होती.
हाई क्रेडिट लिमिट
हाई क्रेडिट स्कोर वालों को आम तौर पर अपनी क्रेडिट लाइन पर हाई क्रेडिट लिमिट का फायदा मिलता है.
प्रीमियम क्रेडिट कार्ड तक आसान पहुंच
हाई क्रेडिट स्कोर का एक फायदा यह है कि आप प्रमुख क्रेडिट कार्ड कंपनियों के प्रीमियम क्रेडिट कार्ड पा सकते हैं. आजकल, प्रीमियम क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को कई तरह के फायदे दे रहे हैं, जैसे इनमें एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस और ई-कॉमर्स शॉपिंग पर छूट शामिल है.
कई ऐसे फैक्टर्स हैं, जो आपके क्रेडिट स्कोर को बिगाड़ सकते हैं, यहां कुछ ऐसे ही खास बातें बताई गई हैं जिनको हमेशा ध्यान में रखना चाहिए.
समय पर बिल पेमेंट
क्रेडिट कार्ड बिलों और मंथली किस्तों (EMIs) का समय पर पेमेंट करने से आपके क्रेडिट स्कोर बढ़ सकता है. दूसरी ओर, देर से पेमेंट करने से क्रेडिट स्कोर में गिरावट आ सकती है.
क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो
क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो का मतलब है कि आपके क्रेडिट कार्ड की जो क्रेडिट लिमिट है, आप उसका एक महीने में कितना इस्तेमाल करते हैं. हाई क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो का आपके क्रेडिट स्कोर पर निगेटिव असर पड़ सकता है.
मिनिमम अमाउंट का पेमेंट
लोगों को इस्तेमाल की गई क्रेडिट लिमिट का पूरा या मिनिमम अमाउंट का पेमेंट करने का ऑप्शन दिया जाता है. केवल मिनिमम अमाउंट का पेमेंट करना आपके क्रेडिट स्कोर को समय के साथ घटा सकता है और आपके बचे लोन पर इंटेरेस्ट भी बढ़ सकता है.
क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए आपको सभी EMI समय पर चुकाने चाहिए. EMI लोन्स का सेटलमेंट आपके क्रेडिट स्कोर पर पॉजिटिव असर डाल सकता है. आप समय पर लोन चुकाने के लिए ऑटोमेट सर्विस का सहारा ले सकते हैं.
क्रेडिट यूटिलाइजेशन
एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि लोन लेते समय आपको सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि यह भविष्य में नए क्रेडिट फैसिलिटीज के लिए परेशानी का सबब भी बन सकता है. इसके अलावा एक निश्चित समय के भीतर लोनों की संख्या कम रखना बेहतर होता है. नए लोन लेने से पहले मौजूदा लोन्स को चुकाना भी एक अच्छा तरीका है.
अपना CIBIL स्कोर मॉनिटर करें
अपना CIBIL स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट नियमित रूप से मॉनिटर करना आपको अपनी फाइनेंशियल स्थिति को बेहतर समझने में मदद कर सकता है. इसके अलावा किसी भी गलती का समय पर पता लगाकर उसे सुधारा भी जा सकता है. कभी-कभी लोन पेमेंट डिटेल आपके क्रेडिट रिपोर्ट में नहीं जोड़े जाते हैं. ऐसे में इन गलतियों को पहचानकर सही करना आपके क्रेडिट स्कोर को सुधार सकता है.
निष्कर्ष
कभी-कभी लोन लेना जरूरी होता है. हालांकि, फाइनेंशियल डिसिप्लिन बनाए रखते हुए और अपने क्रेडिट स्कोर को लगातार सुधारते हुए, आप लोन प्राप्त करने के प्रोसेस को ज्यादा आसान और लागत प्रभावी बना सकते हैं.
डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे मनीकंट्रोल फ्री में क्रेडिट स्कोर चेक करने की सुविधा देते हैं. आप मनीकंट्रोल ऐप और वेबसाइट के माध्यम से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट फ्री में देख सकते हैं. मनीकंट्रोल 8 लेंडर्स के साथ पार्टनरशिप में 100% डिजिटल, इंस्टेंट पर्सनल लोन भी प्रदान करता है. आप सिर्फ तीन स्टेप्स में लोन प्राप्त कर सकते हैं - अपनी जानकारी दर्ज करें, KYC पूरी करें और EMI रीपेमेंट सेट करें.
सारांश
पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करते समय एक हाई क्रेडिट स्कोर कई फायदे प्रदान करता है. इस दौरान लोन अप्रूव होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं और साथ ही कम इंटरेस्ट रेट भी ऑफर किया जा सकता है.
यह अंश/लेख किसी बाहरी पार्टनर द्वारा लिखा गया है और मनीकंट्रोल की संपादकीय टीम के काम को प्रतिबिंबित नहीं करता है। इसमें मनीकंट्रोल द्वारा पेश किए गए उत्पादों और सेवाओं के संदर्भ शामिल हो सकते हैं।
डिजिटल प्लेटफॉर्म की मदद से अब पर्सनल लोन लेना ज्यादा आसान और फास्ट हो गया है. अप्रूवल टाइम पर असर डालने वाले फैक्टर्स को समझें और जाने कि अपने पर्सनल लोन डिस्बर्सल को कैसे स्पीड-अप करें.
इमरजेंसी लोन ऐप्स आपके मुश्किल वक्त में बिना झंझट के इंस्टेंट फंड ट्रांसफर करते हैं. यहां हम इनके फायदे, जरूरी सावधानियां और भरोसेमंद ऐप चुनने की टिप्स बता रहें हैं
जरूरत पड़ने पर फटाफट पैसा चाहिए? आधार कार्ड से पर्सनल लोन लेना अब आसान हो गया है, जहां कम डॉक्युमेंट, तुरंत अप्रूवल और बिना किसी झंझट के पैसा तुरंत आपके अकाउंट में ट्रांसफर हो सकता है.
क्या आप 25,000 रुपए की सैलरी पर पर्सनल लोन लेना चाहते हैं? यहां हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप लेंडर्स की शर्तों को पूरा कर सकते हैं, अपने लोन अमाउंट की कैलकुलेशन कर सकते हैं और साथ ही 100% डिजिटल प्रोसेस के जरिए जल्द अप्रूवल के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
क्या कम क्रेडिट स्कोर होने पर भी पर्सनल लोन मिल सकता है? भारत में पर्सनल लोन लेने के लिए कितना होना चाहिए क्रेडिट स्कोर. इसके साथ ही जानिए बेहतर लोन ऑफर और कम ब्याज दरों के लिए अपने स्कोर को बेहतर बनाने के टिप्स.